लठीरा कच्चे घाट का होगा उद्धार, उठाया मुददा, हुई कार्रवाई
Lathira raw ghat will be saved, issue raised, action taken
गढ़मुक्तेश्वर में महाभारत के युद्ध के बाद पांडवों ने पितृों की शांति के लिए गढ़ गंगा के किनारे रेतीले मैदान में पड़ाव डालकर तिथिवार धार्मिक संस्कार किए थे।
महाभारत कालीन मुक्तिधाम लठीरा घाट का विकास कराने के लिए कई बार मांग की गई।
लठीरा घाट पर हर साल लाखों श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा यहां स्नान करने आते हैं। श्रद्धालु परम्परा के अनुसार धार्मिक संस्कार पूरे करते है।
नगर के मीरा की रेती निवासी डीपी निषाद कई दशकों से लठीरा घाट का विकास कराने की पुरजोर मांग कर रहे हैं। पर्यटन विभाग ने लठीरा घाट पर तटबंध सहित
विकास कराने के लिए मसौदा बनाकर शासन को भेज दिया है। वहीं हरेन्द्र सिंह तेवतिया भी दो साल से लठीरा घाट पर बांध बनाने के लिए मुख्यमंत्री से भेंट कर मांग कर चुके हैं।
वहीं जिला पंचायत कार्तिक मेला का आयोजन करता है। जिला पंचायत अध्यक्ष पति प्रमोद नागर ने भी मुख्यमंत्री से भेंट कर मेला में आने का निमंत्रण दिया है।