गालंद में डंपिंग ग्राउंड के विरोध में ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना शुरू
हापुड़ : जनपद हापुड़ के धौलाना विधानसभा क्षेत्र के गांव गालंद में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का मामला तूल पकड़ रहा है। एकतरफ जहां शासन और प्रशासन की मंशा प्लांट को हर कीमत पर बनाने की दिखाई दे रही है, वहीं ग्रामीण भी प्लांट को न बनने देने के लिए एकजुट हो रहे हैं। गांव गालंद में प्रस्तावित प्लांट की जमीन की चारदीवारी के लिए आसपास के जिलों से पुलिस बल मांगा गया है। शनिवार को भारी संख्या में पुलिस बल गालंद पहुंच जाएगा। जिसके चलते आज ग्रामीण अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गए गाजियाबाद नगर निगम द्वारा ग्राम गालंद में बनाए जा रहे डंपिंग ग्राउंड का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। शुक्रवार सुबह से डंपिंग ग्राउंड स्थल पर ग्रामीणों ने धरना शुरू कर दिया है।
गाजियाबाद नगर निगम की गांव गालंद में लगभग 45 एकड़ जमीन है। इस जमीन पर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का निर्माण प्रस्तावित है। वेस्ट टू एनर्जी प्लांट बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और नीदरलैंड की जीसी इंटरनेशनल कंपनी के बीच सितंबर 2018 में एमओयू साइन हुआ था। विधानसभा चुनाव से पहले गाजियाबाद नगर निगम और कंपनी के लोगों ने चिह्नित जमीन पर निर्माण शुरू करने की शुरुआत की थी. लेकिन ग्रामीणों के विरोध के चलते मामला अधर में लटक गया था। इसके बाद अनेकों बार प्रयास हुए लेकिन, निगम के अधिकारियों को सफलता नहीं मिल सकी थी। लगभग चार माह पहले गाजियाबाद नगर निगम ने हापुड़ जिला प्रशासन को पत्र लिखकर चिह्नित जमीन की चारदीवारी करने के लिए सहयोग मांगा था।
ग्रामीणों का कहना है कि जब तक डंपिंग ग्राउंड को यहां किसी भी कीमत नहीं बनने दिया जायेगा ,डंपिंग ग्राउंड के विरोध में धरना जारी रहेगा। ग्रामीणों का कहना है कि डंपिंग ग्राउंड के विरोध में जरूरत पड़ी तो आंदोलन करेंगे।
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