
झांसी: 20 नवजात को सुरक्षित बचाने का दावा करने वाले चश्मदीद ने क्या बताया
झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष (एनआईसीयू) में लगी भीषण आग से 10 नवजातों की मौत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। अधिकारियों ने इस दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए कई स्तरों पर समितियां बनाई हैं।
चश्मदीदों के बयान:
चश्मदीदों ने घटना के दौरान की स्थिति को काफी भयावह बताया। कृपाल सिंह राजपूत नाम के एक व्यक्ति ने कहा कि जब वह अपने बच्चे को दूध पिलाने के लिए अंदर गए थे, तो एक महिला चिल्लाते हुए बाहर आईं और उनके पैर में आग लगी हुई थी। उन्होंने बताया कि उन्होंने करीब 20 नवजातों को बचाने में मदद की और उन्हें अस्पताल प्रशासन को सौंपा।
ऋषभ यादव नाम के एक अन्य चश्मदीद ने बताया कि आग लगने के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई थी। कई माता-पिता को यह भी पता नहीं था कि उनके बच्चे कहां हैं।
प्रशासन और विपक्ष की प्रतिक्रिया:
झांसी के जि…