

यह खबर बेहद दुखद और हृदयविदारक है। मोहित कोहली का जुनून और उनका साहसिक प्रयास उन्हें साइकिलिंग की दुनिया में एक अलग पहचान दिला सकता था, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण हादसा उनकी यात्रा को बीच में ही रोक गया।
उनका 10,000 किमी का सफर और 5,500 किमी तक पहुंच जाना यह दर्शाता है कि वे अपने लक्ष्य के बेहद करीब थे। ऐसे युवा और साहसी एथलीट की इस तरह की दुर्घटना में मौत होना न केवल उनके परिवार, बल्कि खेल जगत के लिए भी एक बड़ी क्षति है।
परिवार की पीड़ा की कल्पना भी कठिन है, खासकर जब वे अपने बेटे का शव लेने के लिए विदेश जाने को मजबूर हैं। मोहित का यह सफर उनके साहस, दृढ़ संकल्प और एडवेंचर के प्रति प्रेम को दर्शाता है, जो हमेशा प्रेरणादायक रहेगा।