पशुपालकों को प्रोत्साहन हेतु आनंदा डेरी ने ग्रीन शीतल संयंत्र का शुभारंभ किया
पशुपालकों को प्रोत्साहन हेतु आनंदा डेरी ने ग्रीन शीतल संयंत्र का शुभारंभ किया
आनंदा डेरी ने पशुपालकों को प्रोत्साहन देने और ऊर्जा की बचत करने के उद्देश्य से अपने संयंत्र में ग्रीन शीतल संयंत्र का शुभारंभ किया। इस संयंत्र को पशु गोबर से बने उपलों की मदद से संचालित किया जाएगा, जिससे 60% ऊर्जा की बचत होगी और पशुपालकों को आय का नया स्रोत मिलेगा।
नई तकनीक से जुड़ी विशेषताएं:
- स्वदेशी आविष्कार:
यह ग्रीन शीतल संयंत्र न्यू लीफ डायनामिक टेक्नोलॉजी द्वारा विकसित किया गया है। - ऊर्जा दक्षता:
संयंत्र से बड़ी मात्रा में ऊर्जा की बचत होगी, जिससे उत्पादन लागत घटेगी। - पशुपालकों को लाभ:
- पशुपालकों को गोबर से बनी सामग्री से अतिरिक्त आमदनी होगी।
- पर्यावरण संरक्षण के साथ पशुपालकों की आजीविका को बढ़ावा मिलेगा।
आनंदा चेयरमेन डॉ. राधेश्याम दीक्षित का दृष्टिकोण:
डॉ. दीक्षित ने बताया कि यह पहल भारत में पहली बार लागू की गई है। इसका उद्देश्य पशुपालकों की आय बढ़ाना और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देना है। आनंदा डेरी इस तकनीक को अपने सभी संयंत्रों में लागू करने की योजना बना रही है।
उद्घाटन समारोह:
इस अवसर पर आनंदा डेरी के डायरेक्टर राहुल दीक्षित, न्यू लीफ डायनामिक टेक्नोलॉजी के डायरेक्टर आकाश अग्रवाल और कंपनी का पूरा स्टाफ मौजूद था।
आने वाले कदम:
आनंदा डेरी ने बताया कि वे भविष्य में और भी हरित तकनीकों को अपनाकर पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास को बढ़ावा देने की दिशा में काम करेंगे।