पिछले पांच दिन से फ्रांस में लगातार हिंसा का दौर जारी है। तमाम कोशिशों के बावजूद हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। इस बीच फ्रांस की स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए वहां पर ‘योगी मॉडल’ की मांग उठने लगी है।
हालांकि प्रोफेसर एन जॉन कैम नाम की प्रोफाइल वाले जिस शख्स ने यह मांग उठाई है, उसकी पहचान संदिग्ध है। ट्विटर पर यह शख्स खुद को एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी में एक्सपर्ट बताता है, लेकिन हकीकत में इसका नाम कुछ और है। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने दावा किया है कि असलियत में यह प्रोफाइल डॉक्टर नरेंद्र विक्रमादित्य यादव नाम के शख्स की है। इस व्यक्ति को चीटिंग केस में गिरफ्तार किया जा चुका है।
प्रोफेसर एन जॉन कैम के ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया है। इसमें लिखा है कि फ्रांस में दंगे नियंत्रित करने और हालात पर काबू पाने के लिए योगी आदित्यनाथ को भेजिए। इसके आगे लिखा गया है कि माई गॉड, महज 24 घंटे में वह ऐक्शन लेकर सबकुछ सामान्य कर देंगे।
इस ट्वीट में योगी आदित्यनाथ को टैग भी किया गया है। हैरानी की बात यह है कि इस फेक प्रोफाइल के ट्वीट का यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की ऑफिस की तरफ से जवाब भी दिया गया है। जवाबी ट्वीट में लिखा है कि जब भी दुनिया के किसी हिस्से में दंगा भड़कता है, कानून-व्यवस्था बदहाल होती तो दुनिया योगी मॉडल की मांग करती है। इसी मॉडल के दम पर महाराज जी ने उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था बहाल की है।
बता दें कि बीते कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था कायम रखने के लिए काफी कड़ाई हो रही है। दंगा या अन्य किसी तरह का अपराध करने वालों के घरों पर बुलडोजर चला दिया जाता है। इसको ही योगी मॉडल कहा जा रहा है।
भारत में भी विभिन्न प्रदेशों में इस मॉडल को अपनाने की बातें हुई हैं। वहीं, मध्य प्रदेश समेत कुछ राज्यों में तो इस पर अमल भी हुआ है। यहां किसी तरह का क्राइम करने वाले अपराधियों के घरों पर बुलडोजर चला दिया गया है। अतीक अहमद जैसे माफिया द्वारा कब्जा की गई जमीन पर बुलडोजर चलाने के बाद वहां बने अपार्टमेंट में लोगों को बसाया गया है।