
वर्दी में कर्तव्य, दिल में कवि – इंस्पेक्टर राम मनोहर की रचना ने बटोरी तालियां!
Duty in uniform, poet in heart – Inspector Ram Manohar’s creation garnered applause!
दिल्ली: पुलिस की वर्दी पहनना सिर्फ एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि समर्पण और सेवा की पहचान है। इन कड़े दायित्वों के बीच भी कुछ लोग अपनी प्रतिभा और जुनून से समाज में अलग पहचान बना लेते हैं। दिल्ली पुलिस के तेज तर्रार इंस्पेक्टर राम मनोहर मिश्रा ऐसे ही एक उदाहरण हैं, जो न केवल कानून व्यवस्था संभालने में माहिर हैं बल्कि अपनी कविताओं और गानों से भी लोगों का दिल जीत रहे हैं।
आपको बता दें कि दिल्ली में लालकिला पुलिस सप्ताह कार्यक्रम हास्य कवि सम्मेलन के दौरान इंस्पेक्टर राम मनोहर मिश्रा ने अपनी व्यस्त नौकरी के बावजूद गाने और कविताएं लिखने का शौक रखते हैं। उनकी यह कला न केवल उनके तनाव को कम करने में मदद करती है बल्कि पुलिस विभाग के जवानों का भी हौसला बढ़ाती है। उनकी रचनाएँ विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों में खूब तालियां बटोरती हैं। हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अपनी कविता “जो गर्मी में छांव को तरसता है, जो हौसला मजबूत रखता है, तेरा दिल समझता है या मेरा दिल समझता है” सुनाई, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। उनकी इस कविता ने श्रोताओं को भावुक कर दिया और हर किसी ने इसे खूब सराहा। लोग यह देखकर हैरान हैं कि एक पुलिस अधिकारी, जिसकी दिनचर्या आमतौर पर अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था बनाए रखने में गुजरती है, वह अपनी कला के लिए भी समय निकाल पाते हैं। राम मनोहर मिश्रा ने दिल्ली पुलिस में रहते हुए कई महत्वपूर्ण मामलों को सुलझाने में बड़ी भूमिका निभाई है। लेकिन उनकी कविताएं और गाने उनकी एक अलग ही छवि प्रस्तुत करते हैं। उनकी रचनाएं न केवल पुलिसकर्मियों बल्कि आम जनता को भी प्रेरणा देती हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही उनकी यह कविता न केवल उनके शब्दों की ताकत दिखाती है बल्कि यह भी प्रमाणित करती है कि कला और कर्तव्य का अनूठा संगम किसी भी क्षेत्र में संभव है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए स्पेशल पुलिस कमिश्नर लॉ एन्ड आर्डर जोन प्रथम रविन्द्र सिंह यादव ने भी पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों अपने संबोधन से प्रोत्साहन बढाया।
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