

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद में प्रदेशवासियों को मिल रही स्वास्थ्य सेवाओं पर चर्चा करते हुए सरकार की जनहितैषी नीतियों को रेखांकित किया।
मुख्य बिंदु:
10 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ।
5 लाख रुपये तक का नि:शुल्क स्वास्थ्य बीमा।
सरकारी कर्मचारियों के लिए पं. दीनदयाल उपाध्याय कैशलैस स्वास्थ्य योजना।
मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से बिना भेदभाव के जरूरतमंदों को चिकित्सा सहायता।
मेडिकल कॉलेजों में सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक और बेहतर फैकल्टी पर जोर।
योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी की पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि तब केवल पार्टी से जुड़े लोगों को ही चिकित्सा सहायता मिलती थी, जबकि अब सभी को बिना भेदभाव के योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
सरकार के इस कदम से गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं और चिकित्सा के लिए धन की कमी अब उपचार में बाधा नहीं बनेगी।
क्या आप इस योजना से जुड़े आगे के अपडेट्स या किसी खास जिले में इसके प्रभाव पर जानकारी चाहते हैं?
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