हापुड़- दीवान पब्लिक स्कूल में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान की शुरुआत, 800 विद्यार्थियों को बांटे गए पौधे

हापुड़- दीवान पब्लिक स्कूल में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान की शुरुआत, 800 विद्यार्थियों को बांटे गए पौधे
हापुड़।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जिलाधिकारी अभिषेक पांडे के आह्वान पर शुरू किए गए ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अंतर्गत दीवान पब्लिक स्कूल, हापुड़ में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु गौतम ने पौधारोपण कर अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर 800 से अधिक विद्यार्थियों को पौधे वितरित किए गए और पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गई।
गणेश वंदना और दीप प्रज्वलन से हुआ शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती शुभ्रा अवस्थी द्वारा मुख्य अतिथि एवं अन्य विशिष्ट जनों के स्वागत और दीप प्रज्वलन के साथ हुई।
विद्यार्थियों की ओर से प्रस्तुत गणेश वंदना और शिक्षकों द्वारा मातृ शक्ति को समर्पित भजन ने सभी को भाव-विभोर कर दिया।
मुख्य विकास अधिकारी ने दिया प्रेरणात्मक संदेश
सीडीओ हिमांशु गौतम ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा,
“बदलते जलवायु संकट से निपटने के लिए पर्यावरण संरक्षण अनिवार्य है। सभी बच्चे एक पौधा अपनी मां के नाम लगाएं और उसका संरक्षण करें।“
उन्होंने सभी विद्यार्थियों से अपील की कि वे कम से कम एक अन्य व्यक्ति को भी पौधारोपण के लिए प्रेरित करें, ताकि यह अभियान एक जन आंदोलन का रूप ले सके।
DIOS व प्रधानाचार्या का योगदान
कार्यक्रम में उपस्थित प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) शैलजा कुमारी ने कहा कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों में प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का भाव जगाते हैं।
विद्यालय की प्रधानाचार्या शुभ्रा अवस्थी ने कहा:
“‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान न केवल पर्यावरण के लिए, बल्कि हमारी मातृभूमि, मातृ शक्ति और प्रकृति के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है।“
उन्होंने सभी अतिथियों को स्मृति स्वरूप पौधे भेंट कर धन्यवाद ज्ञापित किया।
उपस्थित गणमान्य अतिथि
इस अवसर पर डी.डी.ओ. देवेंद्र प्रताप, शैलेन्द्र, जया मिश्रा, विजय शर्मा, और विद्यालय के शिक्षक नवेंदु गुप्ता, ममता शर्मा, के.बी. सिंह, हरिप्रिया सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
संपादकीय टिप्पणी
‘एक पेड़ मां के नाम’ जैसे अभियानों से स्कूलों में पर्यावरणीय चेतना को प्रोत्साहन मिलता है। ऐसे प्रयास बच्चों को न केवल प्रकृति से जोड़ते हैं, बल्कि उनमें सामाजिक जिम्मेदारी की भावना भी उत्पन्न करते हैं।