

प्रयागराज ने प्रदूषण नियंत्रण में एक नई मिसाल पेश की है, खासकर महाकुंभ के दौरान जब श्रद्धालुओं की भारी संख्या के बावजूद शहर की हवा की गुणवत्ता पिछले चार वर्षों में सबसे बेहतर रही। प्रदूषण नियंत्रण विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी में महज सात दिन और फरवरी में दो दिन ही कुछ हिस्सों की हवा की गुणवत्ता खराब हुई, जिससे यह साबित होता है कि शहर में प्रदूषण नियंत्रण के प्रयास सफल हो रहे हैं।
प्रयागराज का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 57 रहा, जो देहरादून (93) और ऋषिकेश (76) से भी बेहतर है। एयर क्वालिटी इंडेक्स ग्रीन जोन में बनाए रखने के लिए प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने निरंतर मॉनिटरिंग की और विशेष प्रयास किए। मेला क्षेत्र में पानी का छिड़काव और शहर के क्षेत्रों में इंटरलॉकिंग का काम किया गया, जिससे धूल उड़ने में कमी आई और वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पाया गया।
इसके अलावा, विभाग ने आम जनता से प्रदूषण मानकों का पालन करने की अपील की, जो प्रदूषण को नियंत्रित करने में मददगार साबित हुई। इस सफलता के पीछे प्रदूषण नियंत्रण विभाग के समन्वय और निरंतर प्रयासों का बड़ा योगदान है।