

महाकुंभ 2025: 144 साल बाद समुद्र मंथन जैसा दुर्लभ संयोग, सिद्धि योग में स्नान का विशेष महत्व
महाकुंभ 2025 को ग्रह-नक्षत्रों की दुर्लभ स्थिति ने ऐतिहासिक और अद्वितीय बना दिया है। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, 144 वर्षों के बाद समुद्र मंथन जैसा दुर्लभ संयोग बन रहा है। इस दौरान श्रद्धालु सिद्धि योग, कुंभ योग, और बुधादित्य योग में त्रिवेणी संगम पर डुबकी लगाएंगे, जो विशेष फलदायी मानी जाती है।
ज्योतिषाचार्य प्रो. ब्रजेंद्र मिश्र के अनुसार:
ग्रहों की इस विशेष स्थिति में संगम पर डुबकी लगाने से:
इस दुर्लभ संयोग ने श्रद्धालुओं और ज्योतिषियों के बीच महाकुंभ को लेकर उत्साह को कई गुना बढ़ा दिया है। यह महाकुंभ आध्यात्मिक उन्नति के साथ-साथ ज्योतिषीय दृष्टि से भी ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण साबित होगा।