UP news-बाप-बेटे की नकली शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़: अशोकनगर पुलिस की बड़ी कार्रवाई
UP news-बाप-बेटे की नकली शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़: अशोकनगर पुलिस की बड़ी कार्रवाई
मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां बाप-बेटे की जोड़ी ने अपने घर में ही नकली शराब बनाने की फैक्ट्री स्थापित कर रखी थी। करैयाबुद्ध गांव के परसादी अहिरवार और नितेश अहिरवार इस अवैध कारोबार को चला रहे थे। वे न केवल शराब तैयार कर रहे थे, बल्कि इसे आकर्षक और असली दिखाने के लिए एमपी सरकार का फर्जी हॉलमार्क लगाकर बाजार में बेचने का काम कर रहे थे।
कैसे चला रहे थे अवैध कारोबार?
- ये लोग शराब को छोटी-छोटी प्लास्टिक की बोतलों में पैक कर रहे थे।
- नकली शराब को असली दिखाने के लिए उसमें ऑरेंज फ्लेवर और रंग मिलाया जा रहा था।
- शराब की पेटियों पर फर्जी सरकारी हॉलमार्क लगाया जा रहा था ताकि इसे क्वालिटी प्रोडक्ट के रूप में बेचा जा सके।
पुलिस की कार्रवाई:
मामला कचनार थाना क्षेत्र का है। सूचना मिलने पर थाना प्रभारी पूनम सेलर और चौकी प्रभारी रामदयाल नंदा ने दो टीम बनाकर छापेमारी की।
- पुलिस ने घर के पीछे से 200 लीटर की नीली टंकी बरामद की, जिसमें तरल पदार्थ भरा हुआ था।
- नकली शराब बनाने के उपकरण और मसाले भी बरामद किए गए।
- यह फैक्ट्री घर के पिछले हिस्से में गुपचुप तरीके से चल रही थी, जिससे कोई शक न करे।
नकली शराब कैसे बनाई जा रही थी?
- स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सस्ते केमिकल और फ्लेवर का उपयोग करके।
- इसे असली शराब जैसा दिखाने के लिए विशेष रंग और फ्लेवर मिलाए जा रहे थे।
- पैकेजिंग में फर्जी सरकारी हॉलमार्क का इस्तेमाल कर इसे बाजार में बेचा जा रहा था।
पुलिस को क्या मिला?
- 200 लीटर टंकी में भरा तरल पदार्थ।
- नकली शराब बनाने के मसाले और उपकरण।
- फर्जी हॉलमार्क और शराब की पेटियां।
- शराब पैक करने की मशीनें।
नकली शराब का खतरा:
- नकली शराब पीने से स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है, जिसमें जहरीले पदार्थों के कारण मौत का खतरा भी शामिल है।
- इस तरह के अवैध कारोबार से सरकार को भारी राजस्व हानि होती है।
आरोपियों पर कार्रवाई:
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस अब जांच कर रही है कि इस अवैध कारोबार का नेटवर्क कितना बड़ा है और इसके पीछे कौन-कौन शामिल हैं।
निष्कर्ष:
यह मामला नकली शराब के कारोबार से जुड़ी बड़ी साजिश को उजागर करता है। अशोकनगर पुलिस की यह कार्रवाई न केवल अपराध पर अंकुश लगाने में सहायक है, बल्कि जनता को इस तरह के खतरनाक उत्पादों से बचाने का प्रयास भी है।