
मेरठ के बहसूमा क्षेत्र में किसानों ने बृहस्पतिवार को एक दिवसीय सांकेतिक धरना आयोजित किया, जिसका कारण एनएचएआई द्वारा अधिग्रहीत जमीन पर कम मुआवजा दिए जाने के विरोध में उनका प्रदर्शन था। किसानों ने कहा कि उन्हें सर्किल रेट से कम मुआवजा दिया जा रहा है, जबकि अन्य किसानों को समान मुआवजा मिलना चाहिए।
किसानों ने चेतावनी दी कि यदि उन्हें मुआवजे में वृद्धि नहीं की गई, तो वे 10 दिसंबर को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि यदि प्रशासन और एनएचएआई ने जबरन भूमि पर कब्जा करने की कोशिश की, तो वे सड़क जाम करने और यहां तक कि परिवार सहित आत्मदाह करने तक की कार्रवाई करेंगे।
किसानों ने यह तर्क भी दिया कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, वे जमीन का कब्जा नहीं देंगे। उन्होंने 9 दिसंबर को जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने और 10 दिसंबर को ट्रैक्टर मार्च निकालने का भी ऐलान किया। इस धरने में कई किसान नेता और स्थानीय लोग शामिल हुए।
किसानों की यह आंदोलनशीलता सरकार और प्रशासन के लिए एक बड़ा संदेश है, और यह मुद्दा आगे बढ़ सकता है यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं।