दरोगा के बेटे की गिरफ्तारी- हथियारों की तस्करी में पकड़ा गया 15 दिन बाद

दरोगा के बेटे की गिरफ्तारी- हथियारों की तस्करी में पकड़ा गया 15 दिन बाद शादी करने वाला आरोपी
मेरठ: एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दरोगा के बेटे रोहन को अवैध हथियारों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। रोहन के पास से 700 कारतूस और 17 अवैध बंदूकें बरामद की गईं। गिरफ्तारी के दौरान रोहन ने अधिकारियों से गिड़गिड़ाते हुए कहा, “साहब, मेरी 15 दिन बाद शादी है, छोड़ दीजिए।
पुलिस भर्ती में असफलता के बाद बना तस्कर
रोहन ने पोस्ट ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई की और यूपी पुलिस में भर्ती के लिए कड़ी मेहनत की थी। हालांकि, लिखित परीक्षा में असफल होने के बाद उसने हथियार तस्करी का रास्ता चुन लिया। इसके लिए उसने पंजाब से अवैध हथियार मंगवाकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बदमाशों और गैंगों को सप्लाई करना शुरू कर दिया।
बरामदगी:
- 5 सिंगल बैरल और 12 डबल बैरल बंदूकें
- स्कॉर्पियो कार में छुपाई गई सामग्री
कैसे जुड़ा तस्करी के धंधे से?
रोहन ने ठेकेदारी का काम शुरू किया, जहां उसकी मुलाकात हथियार तस्कर अनिल बालियान से हुई। पैसे के लालच में उसने इस काम में हाथ डाल दिया। रोहन का काम ग्राहकों की तलाश करना और नेटवर्क तैयार करना था। सौदे के बाद हथियारों की सप्लाई सुनिश्चित करता था।
पुराने मामलों से कनेक्शन:
रोहन के गिरोह का नाम मेरठ के सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विवि के डीन राजवीर सिंह पर हमले की योजना में भी सामने आ चुका है। हमले के लिए इस गिरोह ने एके-47 राइफल और सैकड़ों कारतूस खरीदे थे। हालांकि, बाद में योजना बदल दी गई थी।
गिरोह की पहुंच:
- गिरोह ने मेरठ, बागपत, और वेस्ट यूपी के कई बड़े गैंगों को हथियार सप्लाई किए हैं।
- शारिक और सलमान गैंग के लिए .30 बोर की पिस्टल 1 लाख रुपये में खरीदकर 1.5 लाख रुपये में बेची जाती थी।
पुलिस की कार्रवाई:
एसटीएफ ने रोहन और उसके नेटवर्क की गहराई से जांच शुरू कर दी है। गिरोह से जुड़े अन्य बदमाशों और तस्करों की जानकारी इकट्ठा की जा रही है।
गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ ने साफ कर दिया है कि कोई भी अपील या बहाना इस गंभीर अपराध में राहत नहीं दिला सकता। रोहन की शादी की तैयारियां भले पूरी हो चुकी हों, लेकिन अब उसके परिवार को इस बदनामी का सामना करना पड़ेगा।