अवनीश पाल सिंह की रिपोर्ट
मेरठः पढ़ने-लिखने की कोई उम्र नहीं होती। कहावत के चरितार्थ किया सपा के पूर्व मंत्री प्रभुदयाल ने 59 साल की उम्र में पास की 12वीं
मेरठ,26 अप्रैल। उत्तर प्रदेश के मेरठ में समाजवादी पार्टी से पूर्व मंत्री और विधायक रह चुके प्रभुदयाल वाल्मीकि उन छात्रों में शामिल हैं जिन्होंने यूपी बोर्ड की इंटर की परीक्षा द्वितीय श्रेणी से पास की है। खास बात यह है कि पूर्व मंत्री ने 59 साल की उम्र में यह कारनामा करके दिखाया है।
शिक्षा के मामले में पूर्व मंत्री प्रभुदयाल वाल्मीकि के कदम यहीं पर नहीं रुकेंगे बल्कि अभी और भी आगे बढ़ेगे। यानी पूर्व मंत्री जैसा कि उनका कहना है कि अब डिग्री की पढ़ाई भी करेंगे। पूर्व मंत्री के 59 साल की उम्र में इंटरमीडिएट परीक्षा पास करना क्षेत्र में चर्चा बना हुआ है।
दो बार विधायक रह चुके प्रभुदयाल वाल्मीकि 10वीं पास थे। इस वर्ष उन्होंने बागपत के आदर्श इंटर कॉलेज जोहड़ी से इंटर की परीक्षा दी। मंगलवार को जब रिजल्ट आया तो वह द्वितीय श्रेणी से पास हो गए। इंटर पास करने पर पूर्वमंत्री प्रभुदयाल ने कहा कि वह कक्षा नौ उत्तीर्ण थे। बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रेरणा से पढ़ाई दोबारा शुरू की।
उन्होंने कहा कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती है। अगर मन में दृढ़ इच्छा हो तो कोई भी मंजिल आसानी से प्राप्त की जा सकती है। प्रभुदयाल वाल्मीकि के बड़े बेटे राजन गहलौत दिल्ली विश्वविद्लाय में प्रोफेसर हैं, जबकि छोटे बेटे राहुल गहलौत की पैथोलोजी लैब है।
प्रभुदयाल वाल्मीकि ने मीडिया से बातचीत में बताया उन्होंने बागपत के आदर्श इंटर कॉलेज से प्राइवेट फार्म भरकर बोर्ड की परीक्षा दी थी। मंगलवार को जब परीक्षा का रिजल्ट आया तो मन में कुछ बेचनी तो थी, लग रहा था कि पास हो जाऊंगा या नहीं। हालांकि जब अपने को पास होते हुए देखा
तो काफी खुशी हुई। बता दें कि हस्तिनापुर विधानसभा से वह 2002 से 2007 तक विधायक रहे। इसके बाद वर्ष 2012 से 2017 तक विधायक रहे। वह रेशम उद्योग राज्यमंत्री के पद पर भी आसीन रहे।