Hapur News:
Heart disease increases blood thickness :
अस्पतालों में खून पतला करने की दवाइयों की मांग काफी बड़ी :
कड़ाके की सर्दी में खून का गाढ़ापन दिल के रोग को बढ़ रहा है। सीएचसी की ओपीडी में आने वाले पांच फीसदी मरीजों की जांच में हीमोग्लोबिन 18 से 20 तक मिल रहा है। अस्पतालों में खून पतला करने की दवाइयों की मांग काफी बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग ने दवाओं के साथ साथ इंजेक्शन भी मंगवा लिए हैं |
सर्दियों के मौसम में शरीर में तरल पदार्थों की कमी हो जाती है :
फिजिशियन डॉ. प्रदीप मित्तल ने बताया कि सर्दियों के मौसम में शरीर में तरल पदार्थों की कमी हो जाती है। इस स्थिति में हीमोग्लोबिन बढ़ने का खतरा अधिक होता है। अस्पतालों में आने वाले मरीजों के एचबी की जांच में यह सामान्य से छह से आठ प्वाइंट तक ऊपर ही मिल रहा है। इस स्थिति में नशों के अंदर खून के थक्के जमने की आशंका होती है, हृदय घात, नस ब्लॉक होने का यह बड़ा कारण बनता है |
खून पतला करने के लिए :
डॉ.अशरफ अली ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में भी ऐसे मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आलम यह है कि खून पतला करने के लिए एसप्रिन टैबलेट्स की मांग काफी बढ़ गई है। जिन मरीजों में हीमोग्लोबिन 20 तक पहुंच रहा है, ऐसे मरीजों पर नॉक्सपारिन इंजेक्शन का असर प्रभावी रूप से हो रहा है। इन दिनों मरीजों की खांसी ठीक नहीं हो पा रही है, ऐसे मरीजों के लिए अब सरकारी अस्पतालों में लीवोसॉल्विटामॉल व एक्रोक्सोल सीरप उपलब्ध कराए गए हैं। एंटीबॉयोटिक और चर्म रोग में दी जाने वाली दवाओं की भी व्यवस्था करा दी गई है |