बुलंदशहर से बड़ी खबर
बुलंदशहर ब्यूरो चीफ जावेद खान
बुलंदशहर फौजी के पिता पर दबंगों ने ढाया कहर
The bullies wreaked havoc on Bulandshahr soldier’s father
फौजी करें बार्डर पर देश के लिए प्राणों की आहुति देकर सुरक्षा, फौजी के पिता पर दबंगों ने ढाया कहर, फौजी के पिता की सुरक्षा का जिम्मेदार कौन
भारतीय सेना में तैनात जवान ने पिता को दबंग द्वारा पीटने व जान से मारने और जबरन खेत पर कब्जा करने का लगाया आरोप
श्यामवीर सिंह ने बताया
बुलंदशहर के अनूपशहर क्षेत्र के दिल्ली गेट श्यामवीर सिंह ने बताया वह भारतीय सेना में है और उसके पिता गांव में रहकर खेती करते हैं। उसके पिता बुजुर्ग हैं और 18 जुलाई को अपने खेत पर काम कर रहे थे उसी समय पूर्व चेयरमैन सहित चार पांच लोग आए और उसके पिता स्वराज सिंह के साथ गाली गलौज करने लगे जिसका उसके पिता ने विरोध किया तो उक्त सभी लोगों ने जान से मारने की नियत से मारपीट की, शोर-शराबा सुन आस-पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे, उन लोगों का आता देख दबंग जान से मारने व खेत ना जोतने की धमकी देते हुए वहां से भाग गए,
एसएसपी को दिए शिकायती पत्र कहा
घटना की जानकारी मिलने पर सेना का जवान (आजाद अधिकार सेना संगठन) के जिला संगठन मंत्री के साथ एसएसपी ऑफिस पहुंचे और एसएसपी को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की गुहार लगाई एसएसपी को दिए शिकायती पत्र कहा है कि ये सभी लोग दबंग किस्म के लोग हैं भू माफिया है जो हमारी भी जमीन के रोड वाले हिस्से पर जबरन कब्जा करना चाहते हैं।जिसकी मारपीट की शिकायत स्थानीय पुलिस को दी गई लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की पीड़ित ने स्थानीय पुलिस पर भी आरोप लगाया,
निष्पक्ष कार्रवाई की गुहार लगाई
स्थानिय पुलिस ने शिकायत करने के बाद भी ना तो पीड़ित का मेडिकल कराया और ना ही उनकी रिपोर्ट दर्ज की, जब ये मामला ट्विटर पर ट्वीट किया गया तो हल्की धाराओं में एनसीआर कर खानापूर्ति कर दी गई, दबंगों के विरुद्ध कोई कार्रवाई पुलिस ने नहीं की। पीड़ितों ने यह भी आरोप लगाया कि दबंग लोग जबरन उनकी जमीन का रोड वाला हिस्सा कब्जाना चाहते हैं। जिसके लिए उसके बुजुर्ग पिता के साथ मारपीट गई और खेत जोतने पर जान से मारने की धमकी दी गई। पीड़ितों ने एसएसपी को शिकायती पत्र देकर मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की गुहार लगाई है।
प्रशांत चौधरी ने कहा
वहीं आजाद अधिकार सेना के संगठन मंत्री प्रशांत चौधरी ने कहा ये मामला देश के जवान के पिता पर हूए अत्याचार का है जिसकी हम घोर निन्दा करते हैं और जब तक इंसाफ नहीं मिलेगा हमारा संघर्ष जारी रहेगा।