बुलंदशहर
*रिपोर्ट जावेद खान*
बुलंदशहर-स्याना क्षेत्र के गांव बसी बांगर , निजामपुर के जंगल में घास चर रहे बछड़े पर तेंदुए ने किया हमला
Leopard attacked a calf grazing
in the forest of Basi Bangar,
Nizampur village of
Bulandshahr-Syana area
बुलंदशहर। बुलंदशहर के गंगा किनारे स्थित वन क्षेत्र में तेंदुओं ने दी दस्तक, जनपद के स्याना तहसील क्षेत्र में गंगा किनारे स्थित गांव बस्सी बांगर और निजामपुर के जंगलों में तेंदुआ होने के प्रमाण मिले हैं। कई ग्रामीणों ने भी कुछ दिन पहले जंगल में तेंदुआ देखे जाने की पुष्टि की है। शुक्रवार को जंगल में घास चर रहे पशुओं के झुंड में से एक बछड़े को तेंदुए ने हमला कर दिया। पशु चरा रहे किसानों के शोर मचाने पर एकत्रित हुई ग्रामीणों की भीड़ को देख तेंदुआ बछड़े को मार कर थोड़ी दूर जाकर छिप गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस और वन विभाग को दी। मौके पर पहुंची पुलिस और वन विभाग कर्मचारियों की टीम ने मरे हुए बछड़े की जानकारी लेते हुए निरीक्षण किया। वन विभाग कर्मचारियों ने बताया कि बछड़े की गर्दन में दांत नुमा चार गहरे घाव प्रतीत हो रहे हैं। जबकि पीठ पर दोनों तरफ पंजों जैसी खरोच दिखाई दे रही है। हालांकि वन विभाग के अधिकारीयों ने ठोस प्रमाण के साथ जंगल में तेंदुआ होने की पुष्टि नहीं की है। डीएफओ विनीता सिंह ने बताया कि हस्तिनापुर से नरोरा और करणवास तक गंगा किनारे घोषित रामसर साइट में वाइल्डलाइफ बढ़ रही है। डीएफओ ने बताया कि जंगल हिरनों की कई प्रजातियों सहित जंगली सुअर, नीलगाय आदि जानवर काफी संख्या में मौजूद है। उन्होंने बताया कि हो सकता है, हस्तिनापुर रेंज से जंगल से कोई तेंदुआ आ गया हो। लेकिन अभी इसकी कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला है। मृत बछड़े का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है । पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
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