ब्लड बैंक से ब्लड खरीदने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
हापुड़ | जनपदीय साइबर सेल व थाना धौलाना की संयुक्त पुलिस टीम ने जेल में बंद कैदियों के परिवारजनों से फोन करके कैदी के गम्भीर चोट बताकर ब्लड बैंक से ब्लड खरीदने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 02 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है | जिनके कब्जे से 2500/- रुपये नकदी, रेलवे टिकट व घटना में प्रयुक्त 02 मोबाइल फोन तथा अधिवक्ताओं के नाम-पता व मोबाइल नम्बर का डाटा बरामद हुआ है |
गिरफ्तार अभियुक्त ecourt website से उ०प्र० व अन्य राज्यों के अधिवक्ताओं के नाम-पता व मोबाइल नम्बरों की लिस्ट डाउनलोड करते थे तथा फिर उनसे बात कर उनके क्लाइंट (कैदी) को बैरक में पैर फिसलकर चोट लगना बताते थे और उनसे कैदी के परिवारजनों का मोबाइल नम्बर ले लेते थे। गिरफ्तार अभियुक्त शातिर किस्म के ठग अपराधी हैं जिनके द्वारा पूर्व में भी इस प्रकार की घटना को अंजाम देते हुए लाखों रुपये ठगी की जा चुकी है।
जानकारी के अनुसार हापुड़ पुलिस द्वारा जनपद में अपराध की रोकथाम एवं चोरों वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु चलाए जा रहे अभियान के अन्तर्गत जनपदीय साइबर सेल व थाना धौलाना की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा थाना धौलाना पर पंजीकृत घटना का खुलासा करते हुए जेल में बंद कैदियों के परिवारजनों से फोन करके कैदी के गम्भीर चोट बताकर ब्लड बैंक से ब्लड खरीदने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 02 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है
जिनके कब्जे से 2500/- रुपये नकदी, रेलवे टिकट व घटना में प्रयुक्त 02 मोबाइल फोन तथा अधिवक्ताओं के नाम-पता व मोबाइल नम्बर का डाटा बरामद हुआ है। उपरोक्त गिरफ्तारी/ बरामदगी के सम्बन्ध में थाना धौलाना पर अभियोग पंजीकृत कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पुलिस को पूछताछ करने पर बताया कि हम लोग जेल मे बंद अपराधियों के अधिवक्ताओं के नाम-पता व मोबाइल नंबर का डाटा कोर्ट की वेबसाइट से डाउनलोड करके डाटा में दिए गए अधिवक्ताओं के मोबाइल नंबर पर कॉल करके उनके जेल में बंद क्लाइंट (कैदी) को बैरक में पैर फिसलने से गंभीर चोट लगने की बात बताकर अधिवक्ता से जेल में बंद कैदी के परिवारजन का मोबाइल नंबर लेकर उन्हें कॉल कर उनके जेल में बंद संबंधी का जेल की बैरक में पैर फिसलने से आई गंभीर चोट बताकर ब्लड बैंक से ब्लड खरीदने के नाम पर रुपये ट्रांसफर कराकर ठगी करते थे।