हाल ही में जारी नीट परीक्षा परिणाम के बाद सलेक्ट विद्यार्थियों की सफलता के किस्से हर कहीं सुनने को मिल रहे है, लेकिन बस्सी कस्बे की दिशा की कहानी इसके उलट है.
दिशा के डॉक्टर बनने के सपने को एग्जाम सेंटर में एक चाय के कप ने तोड़ दिया. बिना गलती दिशा जिम्मेदारों ने मिन्नतें करती रही और अपने कैरियर की दुहाई देती रही, लेकिन जिम्मेदारो ने कोई रहमदिली नहीं दिखाई आखिरकार एक शिक्षक की गलती दिशा को भुगतना पड़ा.
हालांकि अब न्याय के लिए दिशा ने कोर्ट की शरण ली है, और कोर्ट ने स्कूल प्रबंधन को 4 जुलाई को सीसीटीवी फुटेज व दस्तावेजों के साथ कोर्ट में पेश होने के आदेश दिए है. जानकारी के मुताबिक बस्सी कस्बे के मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली दिशा बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना देख रजिस्ट्रेशन थी दिशा ने अपने सपने को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत की दिशा की परीक्षा सेंटर जयपुर के रामनगरिया स्थित विवेक टेक्नो स्कूल में आया पेपर शुरू होने के कुछ देर बाद परीक्षा कक्ष में इन्विजिलेटर चाय पीते हुए निरीक्षण कर रहे थे.
अचानक उसके हाथ से चाय का कप छूटकर दिशा की ओएमआर शीट पर गिर गया, जिससे उसकी ओएमआर शीट ख़राब हो गई साथ ही दिशा को पेपर हल करने का समय भी खराब हो गया पेपर खत्म होने के बाद उसने प्रिंसीपल को मामले की जानकारी दी प्रिंसिपल ने सारे स्टूडेंट के जाने के आधे घण्टे बाद बिना कोई सुनवाई के घर भेज दिया.
उसने स्कूल से बाहर आकर रोते हुए अपनी मां को घटनाक्रम बताया उन्होंने पुलिस को भी बुलाया और स्कूल प्रिंसिपल से दुबारा बात की प्रिंसिपल ने मामले को रफा-दफा करने की बात कही पुलिस को शिकायत करने पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई. अब दिशा इस वाकये से गहरे सदमे में है. उसे उम्मीद है कि कोर्ट से उसे न्याय मिलेगा.