अयोध्या में चल रही एक साथ 32 हजार करोड़ की परियोजनाएं-सीएम योगी ने कहा
32 thousand crore projects going on simultaneously in Ayodhya – CM Yogi said
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज अयोध्या में 32 हजार करोड़ की परियोजनाओं के कार्य हो रहे हैं। इतनी परियोजना देश के किसी एक शहर में नहीं चल रही होगी। जिस दिन यह कार्य जमीनी धरातल पर उतरेंगे, अयोध्या दुनिया की सुंदरतम नगरी के रूप में रहेगी। जनवरी में जब पीएम मोदी के करकमलों से रामलला 500 वर्ष बाद अपने स्वयं के मंदिर में विराजमान होंगे तो दुनिया अयोध्या की तरफ आकर्षित होगी। यहां मुख्य रेलवे स्टेशन का विकास हो रहा है। सूर्यकुंड व भरतकुंड में भी रेलवे विकास के कार्य प्रारंभ हो रहे हैं। इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी इसी वर्ष बनकर तैयार हो जाएगा। यहां के लिए इतने अवसर आने जा रहे हैं कि जो अयोध्या नहीं आया होगा वो पछताता होगा। जिसने यहां जन्म नहीं लिया होगा, वह भी प्रार्थना कर रहा होगा कि हमें भी अयोध्या में जन्म लेने का अवसर मिलता तो हम भी सौभाग्यशाली होते। राम के बिना हमारा जीवन अधूरा माना जाता है। जिस रूप में प्रभु राम को पूजा है, भक्ति की है, वह साकार रूप में हम सबके सामने रामलला के रूप में मंदिर निर्माण के साथ विराजमान होकर दर्शन देंगे।
सीएम योगी ने पीएम नरेंद्र मोदी सरकार के 9 वर्ष पूर्ण होने पर गुरुवार को योगीराज भरत जी की तपोस्थली नंदीग्राम, भरतकुंड में आयोजित जनसभा को संबोधित किया। सीएम ने प्रभु श्रीराम से प्रधानमंत्री मोदी के स्वस्थ व दीर्घ जीवन के साथ उनके यशस्वी कार्यकाल के लिए प्रार्थना करते हुए उनका मार्गदर्शन व नेतृत्व भारत को मिलता रहे, यही प्रार्थना करता हूं। इस दौरान अयोध्या के विकास की झलक पर आधारित लघु फिल्म भी दिखाई गई।
सीएम ने कहा कि हर बड़ी सिटी अयोध्या से जुड़ना चाहती है। यह नई अयोध्या है। इस बार दीपोत्सव का 21 लाख दीप प्रज्ज्वलन का लक्ष्य रखिए। सभी घाटों, मठ-मंदिर, सूर्यकुंड-भरत कुंड के साथ दीपोत्सव में अयोध्या के हर घर में दीप प्रज्ज्वलन के कार्यक्रम होने चाहिए। अभी से इसकी तैयारी प्रारंभ कर दें। अगले वर्ष हमारे श्रीराम आने वाले हैं। अपने घर-महल में विराजमान होने वाले हैं। इसकी तैयारी दीपोत्सव के साथ प्रारंभ होनी चाहिए। जैसे वैश्विक मंच पर भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है। 21 जून को योग महोत्सव का कार्यक्रम होगा। हमें इनसे जुड़ना चाहिए। पीएम मोदी के नेतृत्व में सुरक्षा की स्थिति बेहतर हुई है। भारत मानवता कल्याण का नेतृत्व करता दिख रहा है।