
बुलंदशहर/खुर्जा। कोतवाली नगर क्षेत्र के अंतर्गत ढाकर गांव में करीब 30 बीघा जमीन पर तेजी से विकसित की जा रही अवैध कॉलोनी पर बुलंदशहर खुर्जा विकास प्राधिकरण (BKDA) के अधिकारियों ने निरीक्षण किया, लेकिन कार्रवाई को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, कॉलोनी में प्लॉट बेचने का कार्य खुलेआम जारी है, और विद्युत विभाग द्वारा वहां बिजली के खंभे और ट्रांसफार्मर तक लगाए जा चुके हैं, जो अवैध निर्माण को परोक्ष सहयोग की ओर इशारा करते हैं।
BKDA की कार्रवाई भी नाम मात्र की दिखी, जब अधिकारियों ने जेसीबी खराब होने का बहाना बनाकर वास्तविक ध्वस्तीकरण कार्य टाल दिया। मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि यह कार्रवाई औपचारिकता मात्र थी और इससे अवैध कॉलोनी संचालकों के हौसले और बुलंद हो गए हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रॉपर्टी डीलर मासूम जनता को सस्ते प्लॉट और जल्द कब्जे का लालच देकर ठग रहे हैं, जबकि यह क्षेत्र किसी भी कानूनी मंजूरी के दायरे में नहीं आता।
BKDA ने अब तक कितनी कॉलोनियों को ध्वस्त किया?
जेसीबी की उपलब्धता पर लचर तैयारी क्यों?
बिजली विभाग ने बिना नक्शा पास हुए ट्रांसफार्मर कैसे लगाए?
स्थानीय लोगों व जागरूक नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि इस तरह की अवैध कॉलोनी बसाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए और भविष्य में किसी भी सरकारी विभाग द्वारा बिना अनुमति के सुविधाएं देने पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।