लिवर का बड़ा दुश्मन कौन? चीनी या शराब? जानें डॉक्टर की राय
लिवर का बड़ा दुश्मन कौन? चीनी या शराब? जानें डॉक्टर की राय
हर साल 19 अप्रैल को वर्ल्ड लिवर डे मनाया जाता है, ताकि लोगों को इस अहम अंग की सेहत के बारे में जागरूक किया जा सके। इस मौके पर अक्सर एक सवाल उठता है—लिवर का सबसे बड़ा दुश्मन क्या है? चीनी या शराब?
डॉक्टरों की राय:
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों ही—चीनी और शराब—लिवर के लिए खतरनाक हैं, लेकिन इनका असर अलग-अलग तरीके से होता है:
1. शराब (Alcohol):
-
शराब का सीधा प्रभाव लिवर पर पड़ता है और अधिक सेवन से फैटी लिवर, हेपेटाइटिस और सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
-
शराब लिवर को सूजने और सिकुड़ने पर मजबूर कर सकती है, जिससे यह काम करना बंद कर सकता है।
2. चीनी (Sugar):
-
ज्यादा फ्रक्टोज़ और रिफाइंड शुगर का सेवन नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) का कारण बनता है।
-
खासकर जो लोग मीठा अधिक खाते हैं लेकिन शराब नहीं पीते, उनके लिवर में भी फैट जमने लगता है, जिससे लिवर धीरे-धीरे खराब होने लगता है।
निष्कर्ष:
डॉक्टरों का कहना है कि शराब लिवर की सीधी और तेज़ दुश्मन है, जबकि चीनी धीमे ज़हर की तरह काम करती है।
दोनों ही पदार्थ सीमित मात्रा में और संतुलन के साथ ही लिए जाने चाहिए।
लिवर की देखभाल के लिए सुझाव:
-
संतुलित आहार लें जिसमें सब्जियाँ, फल, साबुत अनाज हों।
-
ज्यादा शुगर और ऑयली फूड से बचें।
-
शराब से दूरी बनाएं या बहुत सीमित मात्रा में ही सेवन करें।
-
नियमित व्यायाम करें।
-
हेल्थ चेकअप करवाते रहें, खासकर लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT)।
अगर चाहें तो मैं इस पर एक सोशल मीडिया पोस्ट या इंफोग्राफिक भी तैयार कर सकता हूँ।