
हापुड़ – शहीद फ्लाइंग लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव की अस्थियां गमगीन माहौल में गंगा में प्रवाहित
गौरव और ग़म के बीच का वो पल जब देश के लिए शहीद हुए जांबाज़ पायलट की अस्थियां गंगा में प्रवाहित की गईं। शुक्रवार 11 अप्रैल को हापुड़ के ब्रजघाट पर, भारतीय वायुसेना के शहीद फ्लाइंग लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव की अस्थियों का अंतिम संस्कार वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच किया गया। इस दौरान माहौल पूरी तरह भावुक था।
हरियाणा के रेवाड़ी जिले के गांव भालकी माजरा निवासी 28 वर्षीय फ्लाइंग लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव, 2 अप्रैल को गुजरात के जामनगर में वायुसेना के मिशन के दौरान शहीद हो गए थे।
इस हादसे में जैगुआर फाइटर जेट में तकनीकी खराबी आ गई थी, और जब विमान घनी आबादी वाले क्षेत्र के ऊपर उड़ रहा था, तब पायलट सिद्धार्थ ने अपने साथी पायलट मनोज कुमार को सुरक्षित इजेक्ट किया और खुद विमान को आबादी से दूर ले जाकर दुर्घटना का शिकार हो गए। इस साहसिक फैसले में उन्होंने अपनी जान गंवाई लेकिन सैकड़ों लोगों की जान बचा ली।
ब्रजघाट, हापुड़ में शुक्रवार को उनके परिजनों द्वारा गंगा में उनकी अस्थियों का विसर्जन किया गया। इस मौके पर उनके पिता सुशील यादव, माता सुशीला देवी, बहन दिव्या, मामा अजीत सिंह, मामी कल्पना देवी, मौसी प्रमिला, और परिजन सचिन, सौरव एवं सुधीर यादव उपस्थित रहे।
पूरे कार्यक्रम के दौरान गंगा तट पर वातावरण गमगीन था और चारों ओर गूंज रहे वैदिक मंत्रों के बीच देश ने एक और सपूत को विदाई दी।
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