
वॉल सिट एक्सरसाइज से कम हो सकता है फैट, डॉक्टर ने बताया करने का सही तरीका
वॉल सिट एक्सरसाइज एक बेहतरीन लो-इंपैक्ट वर्कआउट है जो शरीर को मजबूत और टोंड बनाने में मदद करता है। यह खासतौर पर लेग मसल्स, कोर स्ट्रेंथ और स्टैमिना को बेहतर बनाने के लिए उपयोगी है।
वॉल सिट्स करने का सही तरीका:
दीवार के सहारे खड़े हों – अपनी पीठ को सीधा रखते हुए दीवार से टच करें।
घुटनों को मोड़ें – धीरे-धीरे नीचे की ओर झुकें जब तक कि आपकी जांघें फर्श के समानांतर न हो जाएं (90° एंगल बनाएं)।
पैरों को मजबूती से टिकाएं – आपके घुटने पैरों के ऊपर सीध में होने चाहिए, न आगे जाएं और न बहुत पीछे रहें।
कमर सीधी रखें – पीठ को दीवार से सटाकर रखें और पूरे शरीर को स्टेबल बनाए रखें।
समय बढ़ाएं – शुरुआत में 30 सेकंड से शुरू करें और धीरे-धीरे 2-3 मिनट तक बढ़ाएं।
सांसों पर ध्यान दें – सामान्य गति से सांस लेते रहें और शरीर को रिलैक्स रखें।
वॉल सिट्स के फायदे:
लेग स्ट्रेंथ बढ़ती है – क्वाड्रिसेप्स, हैमस्ट्रिंग और ग्लूट्स मजबूत होते हैं।
कोर मसल्स मजबूत होती हैं – बैलेंस और स्टेबिलिटी बेहतर होती है।
जोड़ों और घुटनों के लिए फायदेमंद – लो-इंपैक्ट एक्सरसाइज होने के कारण जोड़ों पर कम दबाव पड़ता है।
पोस्चर सुधारता है – कमर और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने में मदद मिलती है।
स्टैमिना बढ़ता है – शरीर की सहनशक्ति में सुधार होता है।
अगर आपको हाई-इंटेंसिटी वर्कआउट पसंद नहीं है या जिम जाने का समय नहीं मिलता, तो रोज 2-3 मिनट वॉल सिट्स करने से भी बेहतरीन रिजल्ट मिल सकते हैं!
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