

यह मामला प्रशासनिक लापरवाही और जनता की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, लेकिन त्रिवेणी शुगर मिल द्वारा अधिकारियों के आदेश की अवहेलना करना गंभीर चिंता का विषय है।
गन्ने से लदे ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की आवाजाही से सड़क पर चल रहे शिव भक्तों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है, जिससे बड़ी दुर्घटना होने की आशंका बनी हुई है। प्रशासन को इसे लेकर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि कांवड़ यात्रा के दौरान सड़क पर किसी भी प्रकार की बाधा न आए।
एसडीएम द्वारा मिल प्रबंधन को दो दिन के लिए गन्ना परिवहन रोकने के आदेश देना एक जरूरी कदम है, लेकिन अब देखना होगा कि मिल प्रबंधन इस आदेश का पालन करता है या नहीं। पुलिस प्रशासन को भी सतर्क रहकर इस पर निगरानी रखनी चाहिए, ताकि किसी दुर्घटना की नौबत न आए।
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