UP- निलंबन का फोन आया और आरएएफ के हवलदार ने पत्नी-बेटी समेत खाया सल्फास दंपती की मौत, बेटी की हालत गंभीर
UP- After receiving a call for suspension, the RAF Havildar consumed sulphas along with his wife and daughter. The couple died, the daughter is in critical condition.
मेरठ के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र स्थित गणपति एन्क्लेव में आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) के हवलदार केशपाल (45) ने पत्नी प्रियंका (29) और बेटी नाव्या (15) के साथ सल्फास खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। इस हादसे में हवलदार और उसकी पत्नी की मौत हो गई, जबकि बेटी नाव्या की हालत गंभीर बनी हुई है।
घटना का विवरण:
केशपाल मूल रूप से बागपत जिले के दोघट थाना क्षेत्र के गांव भड़ल धनौरा के निवासी थे।
वह अंबाला में आरएएफ में हवलदार के पद पर तैनात थे और पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर ड्यूटी कर रहे थे।
रविवार सुबह 9 बजे जब वह परिवार के साथ घर पर थे, तभी उनके मोबाइल पर निलंबन की सूचना आई।
इस खबर से सदमे में आकर उन्होंने पत्नी और बेटी के साथ जहर खा लिया।
बेटी नाव्या का बयान:
नाव्या ने बताया कि पिता केशपाल दो दिन की छुट्टी पर आए थे और रविवार शाम को ड्यूटी पर लौटने वाले थे।
लेकिन सुबह उनके फोन पर कॉल आई और उन्हें निलंबन की सूचना दी गई।
महिला अधिकारी द्वारा उत्पीड़न की बात वह पहले से अपनी पत्नी को बता रहे थे।
निलंबन की खबर से पूरा परिवार मानसिक तनाव में आ गया और उन्होंने आत्मघाती कदम उठा लिया।
हादसे के वक्त 12 वर्षीय बेटा विवान घर के बाहर खेल रहा था, जिससे वह इस घटना से बच गया।
इलाज के दौरान मौत:
परिजनों ने सभी को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान केशपाल और उनकी पत्नी प्रियंका की मौत हो गई।
बेटी नाव्या की हालत गंभीर बनी हुई है और उसका इलाज जारी है।
पुलिस जांच और आगे की कार्रवाई:
पुलिस मामले की जांच कर रही है और निलंबन की असली वजह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
महिला अधिकारी पर लगे उत्पीड़न के आरोपों की भी जांच होगी।
प्रशासन इस घटना को गंभीरता से ले रहा है और आरएएफ के अधिकारियों से भी रिपोर्ट मांगी गई है।
यह घटना सरकारी तंत्र में मानसिक तनाव और उत्पीड़न के मामलों को उजागर करती है। यदि समय पर उचित परामर्श और समर्थन मिलता, तो शायद यह त्रासदी रोकी जा सकती थी।