

यह एक अत्यंत चिंताजनक मामला है जिसमें घरेलू हिंसा, शारीरिक शोषण और मानसिक अत्याचार के गंभीर आरोप सामने आए हैं। पीड़िता ने पुलिस में अपनी आपबीती दर्ज कराते हुए बताया कि:
घोटाले के तरीके:
पति ने नशे की गोलियां खिलाने के बाद, हाथ-पैर बांधकर शारीरिक शोषण किया। कथन है कि सोते समय भी वह यह घिनौना काम करता है।
मारपीट और अत्याचार:
ससुराल वालों द्वारा बार-बार मारपीट की गई। 14 फरवरी को पति और अन्य ससुराल वालों ने उसे कमरे में बंद कर, लाठी, डंडे और लोहे की सरिया से पिटाई की, जिससे उसकी हालत दयनीय हो गई।
भागने की स्थिति:
पीड़िता ने अपने और अपनी बेटी की जान बचाने के लिए मौके का फायदा उठाया और भाग निकली। कई बार मायके जाने की भी कोशिश की, परंतु हर बार वापस भेज दिया गया।
पुलिस में शिकायत:
अंततः, चुपके से थाने पहुंचकर उसने अपनी बर्बरता की आपबीती पुलिस को सुनाई। मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस साक्ष्य संकलन कर कार्रवाई की तैयारी में है।
यह घटना घरेलू हिंसा और यौन शोषण की गंभीर समस्या को उजागर करती है, जहाँ पीड़िता के साथ न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक अत्याचार भी किया गया है। ऐसे मामलों में पीड़िता की सुरक्षा और उचित न्याय सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है।
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