

यह मामला कानून व्यवस्था में न्यायपालिका की भूमिका को रेखांकित करता है, जहां पीड़ित को पुलिस की कार्रवाई न होने पर कोर्ट का सहारा लेना पड़ा।
घटना के मुख्य बिंदु:
हमले की घटना:
पुलिस की निष्क्रियता:
न्यायालय का हस्तक्षेप:
नामजद आरोपी:
संदेश:
इस घटना से यह स्पष्ट है कि पीड़ित को न्यायालय की मदद से न्याय की दिशा में आगे बढ़ने का अवसर मिला। यह पुलिस तंत्र में सुधार और जवाबदेही की आवश्यकता को भी उजागर करता है। ऐसे मामलों में, पुलिस को तत्परता और निष्पक्षता से कार्रवाई करनी चाहिए ताकि पीड़ित को सीधे कोर्ट का रुख न करना पड़े।
न्यायालय का आदेश यह सुनिश्चित करता है कि कानून के तहत सभी को न्याय मिले और दोषियों को जवाबदेह ठहराया जाए।