

यह घटना हापुड़ के व्यापारियों की चिंताओं को दर्शाती है, जो नगर पालिका परिषद द्वारा प्रस्तावित जलकर और गृहकर में वृद्धि के खिलाफ हैं। व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने विधायक विजयपाल आढ़ती को ज्ञापन देकर इस बढ़ी हुई कर व्यवस्था के खिलाफ विरोध दर्ज किया। उनका कहना है कि यह कर वृद्धि आम नागरिकों को परेशान करेगी और पुराने शहर में जो लोग पीढ़ी दर पीढ़ी अपनी पैतृक संपत्ति पर रहते आए हैं, उन्हें इस कर वृद्धि से नुकसान होगा।
व्यापारियों का कहना है कि यह टैक्स नए सर्किल रेट पर लागू किया जाना चाहिए, न कि पुराने संपत्ति पर। वे मांग कर रहे हैं कि प्रस्ताव को वापस लिया जाए, और चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग नहीं मानी जाती, तो वे हापुड़ बंद कर सकते हैं।
यह घटना स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि करों में वृद्धि का सीधा असर उनकी आर्थिक स्थिति पर पड़ता है। ऐसे मामलों में प्रशासन और जनता के बीच संवाद और समझौते की जरूरत होती है।