

महाकुंभ के दौरान प्रशासन की ओर से यात्रियों की सुविधा के लिए किए गए इंतजाम सराहनीय हैं। क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम) की तैनाती से भीड़ को बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सकता है और श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम बनाया जा सकता है।
मौनी अमावस्या की तुलना में वसंत पंचमी के स्नान पर भीड़ कम रहना अपेक्षित था, क्योंकि मौनी अमावस्या को सबसे बड़ा स्नान पर्व माना जाता है। फिर भी, हर आधे घंटे में प्रयागराज के लिए ट्रेनों का संचालन और भीड़ को देखते हुए स्पेशल मेमू व रोडवेज बसों की तैनाती जैसी व्यवस्थाएं कुंभ मेले की सफलता को दर्शाती हैं।
प्रशासन को अब यह सुनिश्चित करना होगा कि वापसी के दौरान भी श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो और सभी यात्री सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।