Hapur News- पांच महीने से ठप पड़ा मेरठ-गढ़ हाईवे चौड़ीकरण कार्य

Hapur News- पांच महीने से ठप पड़ा मेरठ-गढ़ हाईवे चौड़ीकरण कार्य
स्थान: गढ़मुक्तेश्वर, जनपद हापुड़
तिथि: 7 जून 2025
रिपोर्ट: हापुड़ हलचल टीम
गढ़मुक्तेश्वर। मेरठ से गढ़मुक्तेश्वर को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग-709 (मेरठ-गढ़ हाईवे) पिछले पांच महीने से अधर में लटका हुआ है। एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) द्वारा निर्माण कार्य की धीमी प्रगति के चलते 30 दिसंबर 2024 को पुरानी कार्यदायी संस्था का अनुबंध रद्द कर दिया गया था। अब यह मामला न्यायालय में लंबित है, जिसके चलते निर्माण कार्य पूरी तरह ठप हो गया है।
परियोजना की स्थिति: आंकड़ों में हकीकत
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परियोजना लंबाई: 47 किमी (सिसौली, मेरठ से बदरखा, गढ़मुक्तेश्वर तक)
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अनुमानित लागत: ₹955 करोड़
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निर्माण अवधि: 10 अक्टूबर 2021 से 10 अक्टूबर 2023 तक
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अब तक खर्च: ₹462 करोड़
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पूर्णता स्थिति: केवल 48% कार्य पूरा
स्थानीय लोगों को हो रही समस्याएं
सड़क के अधूरे निर्माण के चलते धूल, कीचड़, गड्ढे और जाम की स्थिति रोज़ बनी रहती है। राहगीरों, स्कूली बच्चों, एंबुलेंस और व्यवसायिक वाहनों को भारी परेशानी हो रही है।
स्थानीय आवाज़ें
ग्राम बदरखा निवासी संदीप चौधरी ने बताया, “हर दिन जाम में फंसते हैं। अधूरी सड़क से गाड़ियों को नुकसान हो रहा है। बरसात में स्थिति और बिगड़ जाएगी।”
एक दुकानदार वीरेंद्र शर्मा कहते हैं, “काम आधा छूटा है, व्यापार ठप हो गया है।”
विवाद की कानूनी स्थिति
एनएचएआई द्वारा अनुबंध समाप्त किए जाने के बाद निर्माण एजेंसी ने न्यायालय में अपील दायर कर दी है। जब तक न्यायिक फैसला नहीं आता, तब तक नया ठेका नहीं दिया जा सकता।
प्रशासन से अपील
स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी हापुड़, एनएचएआई क्षेत्रीय कार्यालय और राज्य सरकार से अपील की है कि इस सड़क परियोजना को शीघ्र न्यायिक समाधान देकर किसी नई एजेंसी को सौंपा जाए, ताकि जन-जीवन सामान्य हो सके।