

यह मामला दर्शाता है कि भले ही न्याय में देरी हुई हो, लेकिन अपराधियों को सजा जरूर मिलती है। 27 साल पुराने लूट के इस मुकदमे में अभियुक्त जबर सिंह को दोषी ठहराया जाना हापुड़ पुलिस की प्रभावी पैरवी और न्याय प्रक्रिया के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हालांकि, यह भी चिंताजनक है कि न्यायिक प्रक्रिया में इतनी लंबी अवधि लग गई।
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