दो महीने में प्राधिकरण ने अवैध कॉलोनी के 100 से अधिक कॉलोनाइजरों पर कसा शिकंजा
In two months, the authority has cracked down on more than 100 colonizers of illegal colonies
हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण (एचपीडीए) ने पिछले दो महीने में अवैध कॉलोनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। अवैध कॉलोनाइजरों के खिलाफ लगातार बुलडोज़र अभियान जारी रहते हुए कई कॉलोनाइजरों पर शिकंजा कसा गया है, हालांकि ये कॉलोनाइजर अब भी भोले-भाले लोगों को जाल में फंसाने में सफल हो रहे हैं।
एचपीडीए की कार्रवाई की मुख्य जानकारी:
कई कॉलोनाइजरों पर मुकदमा: एचपीडीए ने कुछ कॉलोनाइजरों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया है। हालांकि, कई अन्य कॉलोनाइजरों पर कार्रवाई तो की गई लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं कराया गया है, जिससे यह सवाल उठता है कि कार्रवाई पूरी तरह से प्रभावी क्यों नहीं हो पा रही है।
विशेष कार्रवाई तिथियां:
23 नवंबर 2024 को प्राधिकरण ने गढ़ क्षेत्र में विभिन्न कॉलोनाइजरों के खिलाफ कार्रवाई की। जिन पर कार्रवाई की गई, उनके नाम हैं:
शेर मोहम्मद (पुत्र वीर जावान)
मोहम्मद खिलाफत (पुत्र मोहम्मद अफसर अली)
मोहम्मद झल्लन (पुत्र मोहम्मद जुन्नेद खान)
मोहम्मद फरमान
मोहम्मद असलम (पुत्र आलमगीर)
शादाब उस्मान लुकमान इंसाफ
ये सभी लोग अवैध निर्माण करने के दोषी पाए गए थे, और इनके खिलाफ कार्रवाई की गई थी।
राजस्व पर नुकसान: अवैध कॉलोनी काटने से न केवल सरकारी राजस्व को नुकसान हो रहा है, बल्कि जनता भी धोखाधड़ी का शिकार हो रही है। एचपीडीए के अधिकारियों के अनुसार, इस तरह की कॉलोनियों का ध्वस्तीकरण किया जा रहा है, लेकिन इस प्रक्रिया में आने वाली रुकावटें समस्या पैदा कर रही हैं।
एचपीडीए का यह अभियान इस उद्देश्य से चलाया जा रहा है ताकि अवैध कॉलोनियों को रोका जा सके और सभी निर्माण कार्यों को नियमानुसार किया जाए।