हापुड़: सरकारी पैसे से चेयरमैन कर रही खुद का प्रचार?
Hapur: Is the chairman promoting herself using government money?
हापुड़ नगर पालिका परिषद की चेयरमैन पुष्पा देवी पर सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर अपना प्रचार करने के आरोप क्षेत्रवासियों और अन्य स्थानीय नागरिकों द्वारा लगाए जा रहे हैं। यह मामला खासा चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि डिवाइडर पर लगे आरसीसी गमलों पर “सौजन्य से श्रीमती पुष्पा देवी” लिखा होने से यह प्रतीत हो रहा है कि गमले उनकी व्यक्तिगत पहल पर लगाए गए हैं, जबकि इनका खर्च नगर पालिका के सरकारी बजट से हुआ है।
मुद्दे की मुख्य बातें:
गमलों की स्थिति और रखरखाव:
मेरठ तिराहा से गढ़ रोड तक डिवाइडर पर 175 आरसीसी गमले लगाए गए हैं।
इन गमलों और पौधों का ठेका ₹8.83 लाख में दिया गया था।
रखरखाव की कमी के कारण कई पौधे सूख चुके हैं, और गमले कूड़ेदान में तब्दील हो गए हैं।
प्रचार का मुद्दा:
गमलों पर “सौजन्य से श्रीमती पुष्पा देवी” लिखा हुआ है, जिससे जनता में यह संदेश गया कि यह कार्य उनके व्यक्तिगत खर्च से किया गया है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि सरकारी धन का उपयोग कर पुष्पा देवी ने खुद का प्रचार किया है।
स्थानीय नाराजगी:
क्षेत्रवासियों ने सवाल उठाया है कि यदि गमलों और पौधों का रखरखाव नहीं किया जाना था, तो इस पर इतना पैसा खर्च करने का औचित्य क्या था?
पर्यावरण संरक्षण और सौंदर्यीकरण के उद्देश्य को पूरा करने की बजाय यह प्रोजेक्ट अव्यवस्था का प्रतीक बन गया है।
विवाद और संभावित जांच:
यह मामला अब क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है और नगर पालिका की पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं।
यदि शिकायतें बढ़ती हैं, तो संभव है कि इस पर प्रशासनिक जांच शुरू हो।
सार्वजनिक धन के उपयोग की पारदर्शिता:
ऐसे मामलों में सरकारी धन के उपयोग की पारदर्शिता सुनिश्चित करना और जनहित के लिए कार्यों का उचित रखरखाव आवश्यक है। यदि क्षेत्रवासियों की नाराजगी बढ़ती है, तो यह मामला चेयरमैन की छवि को प्रभावित कर सकता है।
आपकी क्या राय है? क्या इस विषय पर जनता को अपनी आवाज उठानी चाहिए, या फिर प्रशासन को स्वतः इस पर कदम उठाने चाहिए?