

महाकुंभ 2025 के दौरान 5 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का त्रिवेणी संगम में स्नान करना एक ऐतिहासिक क्षण होगा। इस दिन का महत्व और बढ़ गया है, क्योंकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और उनकी पार्टी के अन्य नेता भी उसी दिन महाकुंभ में स्नान करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी का महाकुंभ में स्नान कार्यक्रम पहले से तय कर दिया गया है। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भी इसे अहम माना जा रहा है, क्योंकि महाकुंभ में उनकी उपस्थिति करोड़ों श्रद्धालुओं के बीच खास संदेश देगी।
महाकुंभ में हुई आगजनी और अन्य घटनाओं को लेकर कांग्रेस ने सरकार की तैयारियों पर सवाल उठाए हैं।
प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेताओं का एक ही दिन महाकुंभ में स्नान करना, इस आयोजन को धार्मिक और राजनीतिक दोनों स्तरों पर खास बना देगा। महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन के दौरान दोनों पक्षों का संगम में डुबकी लगाना, भारतीय राजनीति के धार्मिक जुड़ाव और जनता के प्रति संदेश को दर्शाता है।
क्या आप भी महाकुंभ में शामिल होकर इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनने की योजना बना रहे हैं?