

श्री चंडी मंदिर प्रबंधक समिति की नवगठित कमेटी की पहली बैठक में पूर्व में निरस्त की गई 18 आजीवन सदस्यों की सदस्यता को बहाल करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। बैठक में यह निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया कि पिछले तीन साल पहले 18 आजीवन सदस्यों की सदस्यता को निरस्त किया गया था। इनमें से कई सदस्य डिप्टी रजिस्ट्रार के कार्यालय में शिकायत लेकर पहुंचे थे।
बैठक की मिनट्स में स्पष्ट किया गया है कि मृत्यु हो चुकी सदस्यों की सदस्यता को बहाल नहीं किया जाएगा। अगर जिन सदस्यों ने शिकायत की है या मुकदमा वापस लेते हैं तो उनकी सदस्यता को पुनः बहाल किया जाएगा। इस प्रक्रिया में सभी कानूनी और प्रशासनिक पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जल्द ही अंतिम फैसला लिया जाएगा।
इस फैसले से मंदिर समिति के सदस्य और मंदिर प्रबंधन को लेकर चल रहे विवाद समाप्त हो सकते हैं, और मंदिर की विभिन्न गतिविधियों में इन सदस्यों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हो सकेगी।