Mahakumbh 2025 -चौथे दिन श्रद्धालुओं ने लगाई पवित्र डुबकी, अखाड़ों में राष्ट्रपति शासन हुआ लागू
Mahakumbh 2025 – Devotees took holy dip on the fourth day, President’s rule imposed in Akharas
महाकुंभ 2025 की ताजा खबरें:
त्रिवेणी संगम पर सजा कला-संस्कृति का महाकुंभ: चौथे दिन त्रिवेणी के संगम पर सजी कला और संस्कृति की प्रस्तुतियों के मंच पर 24 स्थानों पर 5,250 कलाकार अपनी-अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बार छह करोड़ से अधिक श्रद्धालु कुंभ में शामिल हुए हैं, जो इस आयोजन को पहले से और भी विशाल बना रहे हैं।
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अखाड़ा सेक्टर में हुई मारपीट: बुधवार देर रात अखाड़ा सेक्टर में साधुओं ने बिजली विभाग के ठेकेदारों और मुंशियों समेत 15 से अधिक लोगों को लाठियों से पीटा। आरोप है कि पुलिस कर्मियों से लाठियां छीनी गई थीं। हंगामा बढ़ने पर आधी रात को मेला अफसर भी घटना स्थल पर पहुंचे। ठेकेदार ने झूंसी थाने में साधुओं के खिलाफ तहरीर दी है।
अखाड़ों में राष्ट्रपति शासन लागू: महाकुंभ शुरू होते ही अखाड़ों के आंतरिक प्रशासन में बदलाव आया है। अब यहां राष्ट्रपति शासन की तर्ज पर पंचायती व्यवस्था लागू कर दी गई है। यह व्यवस्था कुंभ तक ही चलेगी। कुंभ के समापन के बाद अखाड़ों में नई सरकार चुनी जाएगी जो अगले छह साल तक कार्य करेगी।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़: चौथे दिन त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाने के लिए छह करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। 14 जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर पर इस संख्या में 3.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए।
नागा संन्यासी अभय सिंह: इस बार महाकुंभ में नागा संन्यासी और साध्वियों की चर्चा जोरों पर है। आईआईटी बंबई से एयरो स्पेस पढ़ाई करके दो लाख रुपए महीना की नौकरी को ठुकराकर अभय सिंहनागा संन्यासी बने। उनके शिविर में मीडिया कर्मियों की तांता लगा हुआ है।
महाकुंभ 2025 का यह चौथा दिन विशेष रंग लाया है, जहां श्रद्धालु धार्मिक विश्वास और संस्कृति के दर्शन कर रहे हैं, वहीं अखाड़ों की आंतरिक राजनीति और साधु-संतों के संघर्ष भी चर्चा में बने हुए हैं।