CM योगी का आह्वान, ‘टीबी मुक्त उत्तर प्रदेश’ के लिए आगे आएं सेवानिवृत्त अधिकारी और शिक्षाविद
CM Yogi’s call, retired officers and educationists should come forward for ‘TB free Uttar Pradesh’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘टीबी मुक्त उत्तर प्रदेश’ अभियान को सफल बनाने के लिए राज्य के सेवानिवृत्त अधिकारियों, शिक्षाविदों, और समाज के प्रबुद्ध वर्ग से सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ भारत ही समर्थ भारत का निर्माण कर सकता है और समर्थ भारत ही शक्तिशाली भारत बन सकता है।
मुख्य बिंदु:
टीबी रोगियों को समाज का अभिन्न अंग मानें:
सीएम योगी ने कहा कि टीबी रोगियों को किसी प्रकार के भेदभाव का सामना न करना पड़े। सभी को एकजुट होकर उनकी सहायता करनी चाहिए।
निक्षय मित्र बनें:
मुख्यमंत्री ने अपील की कि सेवानिवृत्त आईएएस, आईपीएस अधिकारी, कुलपति, और शिक्षाविद निक्षय मित्र बनकर टीबी रोगियों को सहायता प्रदान करें।
शपथ ग्रहण:
एक विशेष कार्यक्रम में सेवानिवृत्त अधिकारियों और शिक्षाविदों ने शपथ ली कि वे टीबी रोगियों को उपचार और मानसिक सहारा देने के लिए हर संभव सहयोग करेंगे।
सबका साझा दायित्व:
सीएम ने कहा कि यह सुनिश्चित करना हम सभी का दायित्व है कि एक भी टीबी रोगी छूटने न पाए। उन्होंने हर नागरिक से इस अभियान में योगदान देने की अपील की।
सरकार का प्रयास:
निक्षय पोषण योजना: टीबी रोगियों को पोषण सहायता देने के लिए सरकार की इस योजना को व्यापक रूप से लागू किया जा रहा है।
नि:शुल्क उपचार: राज्य सरकार टीबी रोगियों को नि:शुल्क दवा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही है।
सक्रिय निगरानी: स्वास्थ्य विभाग द्वारा रोगियों की पहचान और उपचार में तेजी लाई जा रही है।
सीएम योगी का संदेश:
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अभियान न केवल स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार है, बल्कि समाज को जोड़ने और एकजुटता का संदेश भी है। टीबी मुक्त उत्तर प्रदेश का सपना तभी साकार होगा जब प्रत्येक नागरिक इसमें योगदान देगा।
आगे की राह:
टीबी मुक्त अभियान को प्रभावी बनाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम, नियमित स्वास्थ्य जांच शिविर, और समुदाय के विभिन्न वर्गों की सहभागिता को प्रोत्साहित किया जाएगा।