यह मामला अत्यंत गंभीर है, जिसमें औषधि निरीक्षक निधि पांडे पर आरोप हैं कि उन्होंने दवा व्यापारियों को धमकाया और उनकी दुकानों को बंद करने की धमकी दी।

ताजा स्थिति:
- जांच रिपोर्ट: जिलाधिकारी शामली ने इस मामले की जांच की और अपनी विस्तृत रिपोर्ट प्रमुख सचिव के समक्ष प्रस्तुत की।
- प्रमुख सचिव का निर्णय: प्रमुख सचिव पी गुरु प्रसाद ने जांच के आधार पर औषधि निरीक्षक निधि पांडे को दोषी ठहराया और उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
- निलंबन की अवधि: निलंबन के दौरान निधि पांडे को आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन उत्तर प्रदेश लखनऊ के कार्यालय से संबद्ध किया जाएगा।
- आरोप पत्र: प्रमुख सचिव ने यह भी जानकारी दी कि निलंबित अधिकारी को एक पृथक आरोप पत्र भी निर्गत किया जाएगा।
- जांच की जिम्मेदारी: आरोपों की जांच सहायक आयुक्त औषधि मुरादाबाद मंडल मुरादाबाद को सौंप दी गई है।
निलंबन के कारण: इस कार्रवाई का मुख्य कारण दवा व्यापारियों को धमकाना और दुकान बंद करवाने की धमकी देना है, जो भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता के खिलाफ एक कड़ा कदम है।
इस मामले में अब आगे की कार्रवाई सहायक आयुक्त द्वारा की जाएगी और निलंबित अधिकारी पर और भी कानूनी कार्रवाई हो सकती है, यदि आरोप सही साबित होते हैं।