उत्तर प्रदेश के कुछ मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में हाल के दिनों में मंदिरों की खोज होने और उनमें पूजा-अर्चना शुरू होने का सिलसिला सामने आया है, जिससे धार्मिक विवाद और तनाव बढ़ गए हैं। इन घटनाओं ने प्रदेश के सामाजिक और धार्मिक माहौल को प्रभावित किया है।
अलीगढ़ में हाल ही में एक बंद पड़े मंदिर का पता चला, और हिंदू समूहों ने वहां पूजा शुरू कर दी है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है और कथित रूप से गायब मूर्तियों की तलाश कर रही है। इस तरह की घटनाओं से धार्मिक भावनाएं प्रभावित हो रही हैं, और इस पर पुलिस और प्रशासन की निगरानी बढ़ाई गई है।
संभल जिले में भी एक विवाद सामने आया है, जहां हिंदू पक्ष का दावा है कि जामा मस्जिद पहले हरिहर मंदिर था, जिसे मुग़ल सम्राट बाबर ने 1529 में तोड़ा था। हिंदू पक्ष का कहना है कि यह मंदिर भगवान विष्णु के कल्कि अवतार का प्रतीक था, और इस विवाद को मजबूती देने के लिए 1879 की एएसआई रिपोर्ट का हवाला दिया गया है। कोर्ट ने इस मस्जिद के सर्वे का आदेश दिया, जिसके बाद इलाके में तनाव बढ़ गया और संघर्ष हुआ, जिसमें पांच लोग मारे गए और सैकड़ों लोग घायल हुए।
इन घटनाओं ने धार्मिक स्थल और उनके इतिहास को लेकर एक बार फिर विवादों को जन्म दिया है, जिससे सामाजिक अस्थिरता पैदा हो रही है।