
नोएडा में प्रस्तावित फिल्म सिटी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है, जो प्रदेश को कला और सिनेमा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाने के उद्देश्य से शुरू किया जा रहा है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास स्थित यह फिल्म सिटी भारत की सबसे आधुनिक फिल्म सिटी बनने की ओर अग्रसर है।
फिल्म सिटी की मुख्य विशेषताएं:
1. स्थान:
यह परियोजना नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास 230 एकड़ भूमि पर स्थापित की जा रही है।
2. डिजाइन और निर्माण:
फिल्म सिटी का डिजाइन कनाडा की कंपनी फोरेक ने तैयार किया है, और डीपीआर एवं निर्माण का जिम्मा भूटानी समूह को सौंपा गया है। भूटानी समूह ने 21 देशों की फिल्म सिटी का अध्ययन कर इसे अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाने की योजना बनाई है।
3. तकनीकी विशेषताएं:
विशेष साउंड इफेक्ट्स
भव्य लोकेशंस
अत्याधुनिक लाइटिंग
उच्च तकनीक के उपकरण
4. समाप्ति की समय-सीमा:
फिल्म सिटी का पहला चरण 5 वर्षों में पूरा होने का लक्ष्य है, लेकिन 2025 के अंत तक फिल्म शूटिंग शुरू हो जाएगी।
5. पहली फिल्म:
फिल्म सिटी में पहली शूटिंग बोनी कपूर की फिल्म “नो एंट्री में एंट्री” से शुरू होगी।
शिलान्यास समारोह:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 22 या 23 दिसंबर 2024 को ग्रेटर नोएडा में इस फिल्म सिटी का शिलान्यास करेंगे।
इस कार्यक्रम में बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और अभिनेत्री शामिल होंगे।
यमुना प्राधिकरण ने समारोह की तैयारियां तेज कर दी हैं।
प्रोजेक्ट का महत्व:
फिल्म उद्योग को बढ़ावा:
यह फिल्म सिटी भारत में फिल्म निर्माण को नई दिशा देगी और प्रदेश को एक प्रमुख फिल्म निर्माण हब बनाएगी।
रोजगार के अवसर:
प्रोजेक्ट के चलते हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा।
आर्थिक विकास:
यह परियोजना क्षेत्रीय विकास को गति देगी और पर्यटन को भी बढ़ावा देगी।
उम्मीदें और संभावनाएं:
फिल्म सिटी का शुभारंभ उत्तर प्रदेश के कला और सिनेमा क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। इससे राज्य में फिल्म निर्माण का एक मजबूत आधार तैयार होगा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसे पहचान मिलेगी।
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