मेरठ रेंज के डीआईजी श्री कलानिधि नैथानी के निर्देशन में “ऑपरेशन पहचान” शुरू किया गया है। यह अभियान विशेष रूप से ठंड और कोहरे के मौसम में बढ़ने वाले अपराधों जैसे नकबजनी, डकैती, और लूट को रोकने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।
अभियान की मुख्य बातें:
1. गत 10 वर्षों के अपराधियों का सत्यापन:
पिछले 10 वर्षों के अपराधियों की सूची तैयार की जाएगी। इसमें डकैत, लुटेरे, चोर, नकबजन, ट्रांसफार्मर चोर, पशु चोर, और गैंगस्टर शामिल होंगे।
इन अपराधियों का सत्यापन व्यक्तिगत रूप से थाना/चौकी प्रभारी द्वारा किया जाएगा।
2. बुकलेट तैयार करना:
अपराधियों के प्लेस ऑफ रेजिडेंस (रहने का स्थान) के अनुसार थानावार बुकलेट तैयार की जाएगी।
इस बुकलेट को संबंधित थाना क्षेत्रों में वितरित किया जाएगा।
3. क्षेत्राधिकारी की भूमिका:
कोहरा पड़ने पर अपराध रोकने के लिए क्षेत्राधिकारी त्वरित सत्यापन कार्यवाही शुरू करेंगे।
4. सभी पुलिस अधीक्षकों को अलर्ट:
डीआईजी ने सभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षकों को इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाने और दो दिनों के भीतर सूची तैयार करने का निर्देश दिया है।
महत्व:
कोहरे के कारण अपराधियों द्वारा वारदातों को अंजाम देने की घटनाओं को रोकने में यह अभियान मददगार होगा।
पुलिस द्वारा अपराधियों की विस्तृत जानकारी और सत्यापन से क्षेत्र में अपराध दर कम होने की उम्मीद है।
यह अभियान कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण कदम है।
“ऑपरेशन पहचान” से पुलिस विभाग की सक्रियता और अपराध नियंत्रण की प्रतिबद्धता दिखाई देती है।