

इस खबर से यह स्पष्ट होता है कि हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण (एचपीडीए) द्वारा गढ़मुक्तेश्वर और सिंभावली क्षेत्रों में अवैध कॉलोनियों और प्लॉटिंग के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी हो रही है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि अवैध प्लाटिंग और निर्माण न केवल शहरी नियोजन को प्रभावित करते हैं, बल्कि सरकारी राजस्व को भी नुकसान पहुंचाते हैं।
हालांकि, चिंताजनक बात यह है कि प्राधिकरण के अपने कार्यालय के आसपास, जैसे मोदीनगर रोड पर बदनौली के पास, अवैध प्लॉटिंग का धंधा बेखौफ चल रहा है। अधिकारियों की इस मामले पर चुप्पी सवाल उठाती है। यह संकेत देता है कि या तो प्रशासन की ओर से लापरवाही बरती जा रही है या फिर इसके पीछे कुछ अन्य कारण (जैसे भ्रष्टाचार या दबाव) हो सकते हैं।
यह जरूरी है कि कार्रवाई निष्पक्ष और समयबद्ध हो, ताकि अवैध प्लॉटिंग की समस्या को जड़ से खत्म किया जा सके।