meerut news- शिवसेना के महासचिव नजरबंद कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प

meerut news- शिवसेना के महासचिव नजरबंद, कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प
मेरठ में शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे के प्रदेश महासचिव धर्मेंद्र तोमर को 29 नवंबर को संभल के हरिहर मंदिर में जलाभिषेक करने की योजना से रोकने के लिए नजरबंद किया गया। मेरठ पुलिस ने बृहस्पतिवार रात उनके निवास स्थान पर पहुंचकर यह कार्रवाई की।
क्या है मामला?
धर्मेंद्र तोमर ने हरिहर मंदिर की मुक्ति के लिए 30 वर्षों से जारी शिवसेना के आंदोलन के तहत जलाभिषेक की योजना बनाई थी। इसके लिए पश्चिमी यूपी के अन्य जिलों से भी शिव सैनिक संभल कूच करने वाले थे। पुलिस ने संभल में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सभी जिलों में शिव सैनिकों को नजरबंद कर दिया।
शिव सैनिकों का प्रदर्शन
शुक्रवार सुबह बड़ी संख्या में शिव सैनिक धर्मेंद्र तोमर के मेरठ स्थित निवास पर एकत्र हुए। उन्होंने पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध किया, जिससे पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच तीखी झड़प हुई। शिवसेना कार्यकर्ताओं का कहना था कि यह उनकी धार्मिक आस्था पर चोट है और वे जल्द ही अपनी योजना को पूरा करेंगे।
शिवसेना के नेताओं की प्रतिक्रिया
धर्मेंद्र तोमर ने कहा:
“हमें रोककर प्रशासन ने हमारी आवाज दबाने का प्रयास किया है। जल्द ही हम हरिहर मंदिर में जलाभिषेक करेंगे।”
शिवसेना के प्रदेश सचिव अवधेश शर्मा, जिला प्रमुख संदीप गर्ग, और अन्य नेता इस प्रदर्शन में शामिल हुए।
संभल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
संभल में संभावित विवाद को देखते हुए प्रशासन सतर्क है। जुमे की नमाज को लेकर विशेष निगरानी रखी जा रही है।
- पुलिस और इंटेलिजेंस टीम संवेदनशील इलाकों में सक्रिय हैं।
- अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की गश्त बढ़ा दी गई है।
स्थिति का विश्लेषण
धार्मिक और राजनीतिक गतिविधियों के कारण किसी भी तरह के सांप्रदायिक तनाव की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है। हालांकि, शिवसेना कार्यकर्ताओं का आक्रोश भविष्य में इस मुद्दे को और बड़ा बना सकता है।
अभी पुलिस और प्रशासन की कोशिश है कि स्थिति नियंत्रण में रहे और किसी भी तरह का विवाद न हो।
मेरठ में शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे के प्रदेश महासचिव धर्मेंद्र तोमर को 29 नवंबर को संभल के हरिहर मंदिर में जलाभिषेक करने की योजना से रोकने के लिए नजरबंद किया गया। मेरठ पुलिस ने बृहस्पतिवार रात उनके निवास स्थान पर पहुंचकर यह कार्रवाई की।
क्या है मामला?
धर्मेंद्र तोमर ने हरिहर मंदिर की मुक्ति के लिए 30 वर्षों से जारी शिवसेना के आंदोलन के तहत जलाभिषेक की योजना बनाई थी। इसके लिए पश्चिमी यूपी के अन्य जिलों से भी शिव सैनिक संभल कूच करने वाले थे। पुलिस ने संभल में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सभी जिलों में शिव सैनिकों को नजरबंद कर दिया।
शिव सैनिकों का प्रदर्शन
शुक्रवार सुबह बड़ी संख्या में शिव सैनिक धर्मेंद्र तोमर के मेरठ स्थित निवास पर एकत्र हुए। उन्होंने पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध किया, जिससे पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच तीखी झड़प हुई। शिवसेना कार्यकर्ताओं का कहना था कि यह उनकी धार्मिक आस्था पर चोट है और वे जल्द ही अपनी योजना को पूरा करेंगे।
शिवसेना के नेताओं की प्रतिक्रिया
धर्मेंद्र तोमर ने कहा:
“हमें रोककर प्रशासन ने हमारी आवाज दबाने का प्रयास किया है। जल्द ही हम हरिहर मंदिर में जलाभिषेक करेंगे।”
शिवसेना के प्रदेश सचिव अवधेश शर्मा, जिला प्रमुख संदीप गर्ग, और अन्य नेता इस प्रदर्शन में शामिल हुए।
संभल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
संभल में संभावित विवाद को देखते हुए प्रशासन सतर्क है। जुमे की नमाज को लेकर विशेष निगरानी रखी जा रही है।
- पुलिस और इंटेलिजेंस टीम संवेदनशील इलाकों में सक्रिय हैं।
- अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की गश्त बढ़ा दी गई है।
स्थिति का विश्लेषण
धार्मिक और राजनीतिक गतिविधियों के कारण किसी भी तरह के सांप्रदायिक तनाव की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है। हालांकि, शिवसेना कार्यकर्ताओं का आक्रोश भविष्य में इस मुद्दे को और बड़ा बना सकता है।
अभी पुलिस और प्रशासन की कोशिश है कि स्थिति नियंत्रण में रहे और किसी भी तरह का विवाद न हो।