
यह घटना संभल की शाही जामा मस्जिद से जुड़ी है, जहां एक कोर्ट-आदेश के तहत सर्वेक्षण किया जा रहा था। विवाद तब शुरू हुआ जब मस्जिद का सर्वे करने के लिए टीम पहुंची। स्थानीय लोगों में नाराज़गी थी, जिसके चलते भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ा दी।
मामले की पृष्ठभूमि:
हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि यह मस्जिद पहले हरिहर मंदिर थी। अदालत ने इस विवाद की जांच के लिए एक कोर्ट कमिश्नर नियुक्त किया, जिन्होंने मस्जिद का सर्वे किया और इसका वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी की। कोर्ट कमिश्नर 29 नवंबर को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
पुलिस की कार्रवाई:
यह मामला धार्मिक और कानूनी संवेदनशीलता से जुड़ा है, इसलिए प्रशासन और पुलिस दोनों ही इसे शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं।