यह खबर हापुड़ जिले में किसानों की डीएपी खाद की कमी से जुड़ी गंभीर समस्या को उजागर करती है। डीएपी खाद की अनुपलब्धता के कारण किसान गेहूं, आलू और सरसों की बुवाई में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। साधन सहकारी समितियों पर खाद की मांग इतनी अधिक है कि गाड़ी आते ही कुछ ही समय में खाद समाप्त हो जाती है।
मुख्य समस्याएँ:
प्रभाव:
सरकार और अधिकारियों की भूमिका:
हालांकि अधिकारी खाद की कमी नहीं होने का दावा कर रहे हैं, जमीनी हालात उनके दावों के विपरीत हैं। सरकार को इस समस्या पर तुरंत ध्यान देना चाहिए और पर्याप्त खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करनी चाहिए। साथ ही, वितरण प्रक्रिया को भी सुव्यवस्थित करने की आवश्यकता है।
किसानों के लिए यह समय अत्यंत महत्वपूर्ण है, और उनकी समस्याओं का शीघ्र समाधान कृषि क्षेत्र को नुकसान से बचाने के लिए आवश्यक है।