एक विवाह ऐसा भी बारात गई एक क 5 दोस्तों की जबरन करा दी शादी, ‘पकड़ुआ विवाह’ का जनक है यह गांव
पकड़ुआ विवाह: बिहार की अनोखी सामाजिक प्रथा का जनक
पकड़ुआ विवाह, बिहार की एक अनोखी और कभी-कभी विवादास्पद परंपरा, 1980 और 1990 के दशक में अपने चरम पर थी। इस प्रथा में दूल्हे को बंदूक की नोक पर अगवा करके शादी करा दी जाती थी। इसकी शुरुआत बिहार के भूमिहार और राजपूत समुदायों में मानी जाती है, लेकिन बाद में यह अन्य जातियों में भी देखने को मिली।
पकड़ुआ विवाह की ऐतिहासिक घटना
1989 में, समस्तीपुर जिले के साहियार डीह के शिक्षक मनोज कुमार सिंह की बारात बेगूसराय के सिमरिया पहुंची। वहां, बारात में से 5 लड़कों को बंदूक की नोक पर अगवा कर उनकी शादी जबरन करा दी गई। यह घटना बिहार के पहले “पकड़ुआ विवाह” के रूप में दर्ज हुई।
जब बारात वापस लौटी, तो एक दुल्हन के बदले 5 दुल्हनों के साथ बाराती लौटे। गांव में यह खबर आग की तरह फैल गई, और इस घटना के बाद इस प्रथा को पकड़ुआ विवाह नाम…