गुड़ कैसे बनाया जाता है हापुड़ गुड़ मंडी क्यों हे पुरे भारत में प्रसिद्ध
How jaggery is made, why is Hapur jaggery market famous all over India?
हापुड़ की गुड़ मंडी भारत में अच्छी मंडियों में आती हे यहां मंडी गढ़ रोड पर है हापुड़ में गन्ने के खेती अच्छी मात्रा में की जाती हे इसलिए यहां का गुड़ बहुत ही फेमस हे अच्छी गुणबत्ता का गुड़ हापुड़ जिले में बनाया जाता हे हापुड़ की मंडी 4 अक्टूबर से गुड़ का काम शुरू हो जायगा हापुड़ के व्यापरी गुड़ को भारत के अन्य राज्यों गुजरात महाराष्ट राजस्थान दिल्ली ओडिशा आंध्रपदेश व् अन्य राज्यों में भेजा जाता है यहाँ का गुड़ पुरे भारत में प्रसिद्ध है इसलिए हापुड़ की मंडी पुरे भारत में प्रसिद्ध है दूर दूर से लोग हापुड़ के मंडी में गुड़ खरदीने आते हे हापुड़ जिले देहात में अच्छी तादाद में कोलहू लगे हुआ है और गुड़ का उत्पादन भारी मात्रा में होता है
गुड़ (जिसे अंग्रेज़ी में “jaggery” कहा जाता है) एक प्रकार का गूदा होता है जो गन्ने के रस से बनाया जाता है। यह एक प्रकार की मिश्रित चीनी होती है जिसे अक्सर गुड़दी, गुड़ी, गुड़ा या गुड़ बोला जाता है और यह ब्राउनिश रंग का होता है। यह गुड़ गन्ने के रस को उबालकर और शुगर केन पर खुदाई करके बनाया जाता है।
यहां गुड़ बनाने की कई स्टेप्स हैं
गन्ने को कटा जाता है: सबसे पहले, गन्ने को काटा जाता है और उसके रस को निकाला जाता है। इसके लिए गन्ने को छोटे टुकड़ों में काटा जाता है और फिर रस निकालने के लिए गन्ने को क्रश किया जाता है।
रस को उबालना: गन्ने के रस को एक बड़े व्यापक बर्तन में डालकर उबाला जाता है। इसके दौरान, रस को धीरे-धीरे उबालने दिया जाता है ताकि पानी अदृढ़ और गन्ने की चीनी बचे।
चानना: जब रस अदृढ़ हो जाता है, तो इसे एक छलने या चानने के माध्यम से छान लिया जाता है ताकि कच्ची गन्ने की चीनी निकल जाए।
बनाना: छाने गए रस को फिर से बड़े बर्तन में डाला जाता है और इसे उबालते रहते हैं। इसके दौरान, रस को धीरे-धीरे उबालने के बाद गुड़ बनने लगता है।
साँचे में डालना: जब गुड़ का मिश्रण सही ढंग से बन जाता है, तो यह साँचों में डाला जाता है जिसके बाद यह ठंडा होकर ठिकाना पकड़ता है।
काटना: जब गुड़ पूरी तरह से ठंडा हो जाता है, तो इसे बारिक टुकड़ों में काट लिया जाता है जो गुड़ के बनाने के लिए बाजार में बेचा जाता है।
इस तरीके से, गुड़ बनाया जाता है, जो एक प्राकृतिक मिश्रित चीनी होता है और कई आहारिक गुणों के साथ भरपूर पोषण प्रदान करता है। यह भारतीय खाद्य पदार्थों में विभिन्न रूपों में प्रयोग किया जाता है और स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है।