
हापुड़। शहर के जिन इलाकों में वर्षों से पेयजल संकट बना हुआ था, वहां अब राहत की किरण नजर आने लगी है। जल निगम नगरीय द्वारा तैयार की गई 33 करोड़ रुपये की योजना के अंतर्गत हापुड़ शहर के 12 वार्डों के 14 मोहल्लों में पेयजल संकट को दूर किया जाएगा। योजना के तहत लगभग 10 हजार घरों को नए जल कनेक्शन दिए जाएंगे।
प्रोजेक्ट के तहत रफीकनगर क्षेत्र में दो नलकूपों की बोरिंग पहले ही पूरी हो चुकी है। यह नलकूप इन मोहल्लों को जलापूर्ति सुनिश्चित करने में मदद करेंगे। बारिश समाप्त होते ही करीब 77 किलोमीटर नई पाइप लाइन बिछाने का कार्य शुरू किया जाएगा।
जल निगम इस परियोजना को अमृत योजना 2.0 के तहत लागू कर रहा है। इसमें नई पाइप लाइन के साथ-साथ पुरानी और जर्जर लाइनों को भी बदला जाएगा। इसके अलावा ओवरहेड टैंक का निर्माण भी प्रस्तावित है, ताकि जलापूर्ति को स्थायी और नियमित बनाया जा सके।
वार्ड संख्या 2, 6, 9, 12, 15, 18, 20, 21, 24, 26, 39 और 40 के अंतर्गत आने वाले 14 मोहल्लों में यह काम किया जाएगा।
जल निगम को पाइपलाइन और टंकियों से संबंधित ड्राइंग मिल चुकी है, जिसे आगे की जांच के लिए मुख्यालय भेज दिया गया है। जैसे ही प्रक्रिया पूरी होती है, कार्य में और तेजी लाई जाएगी।
इस योजना की कुल अनुमानित लागत 33 करोड़ रुपये थी, लेकिन टेंडर प्रक्रिया 26 करोड़ रुपये में पूरी हुई। इससे स्पष्ट है कि लागत घटने के बावजूद कार्य की गुणवत्ता से समझौता नहीं किया जाएगा।
निगम के अधिकारियों का कहना है कि यह योजना शहर की जलापूर्ति व्यवस्था को मजबूती देगी और भविष्य में जल संकट जैसी स्थिति से निपटने में सहायक साबित होगी।